NEWSPR DESK- GAYA बिहार के गया में जेल में बंद कुख्यात अपराधी के नाम पर लूट, रंगदारी करने और जान मारने की धमकी देने वाले एक गिरोह के 7 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस की विशेष टीम की छापेमारी में इन अपराधियों को दबोचा गया. इन अपराधियों को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की तैयारी में है.
आमस थाना क्षेत्र में लूट, रंगदारी एवं धमकी जैसी घटनाओं को अंजाम देकर दहशत का माहौल कायम करने वाले 7 शातिर अपराधियों को गिरफ्तार करने में पुलिस को कामयाबी हासिल हुई है. पुलिस की पकड़ में आए सभी अपराधियों ने लूट एवं रंगदारी के साथ जान से मारने की धमकी देने की घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है.
शेरघाटी में नव पदस्थापित एएसपी के. रामदास ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस के शिकंजे में आए सभी अपराधी व्यवसायियों के साथ-साथ आम नागरिकों व राहगीरों को अपना शिकार बनाया करते थे. अपराधियों के पास से पुलिस ने 7 मोबाइल फोन तथा एक ग्लैमर बाइक बरामद की है.
एएसपी ने बताया कि गया ज़िले के रोशनगंज थाना क्षेत्र के डूंमरीगढ़ निवासी अपराधकर्मी गुड्डू यादव की निशानदेही पर आमस के शमशेरखाप निवासी अजय उर्फ नीतीश कुमार, बांकेबाज़ार अंतर्गत बिशनपुर गांव का रहने वाला शीलू महतो, आमस के सिहुली गांव निवासी सबा खान, आमस के करमडीह निवासी रोशन कुमार, आमस के कुसा गांव निवासी कमलेश कुमार, रोशनगंज थाना क्षेत्र के बैताल गांव का रहने वाला अजीत कुमार को गिरफ्तार किया गया है. इन्हें आमस एवं गुरुआ पुलिस की संयुक्त टीम की छापेमारी में गिरफ्तार किया गया.
एएसपी के. रामदास ने बताया कि कई अपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर उन्होंने दहशत फैला रखा था. बताया कि बीते 18 अक्टूबर को अपराधियों ने आमस में स्थित फ्लाई ऐश ब्रिक्स और पेवर ब्लॉक प्लांट पर प्लांट के मालिक मोहम्मद शाहिद खान के साथ मारपीट की और डेढ़ लाख रूपए लूट कर फरार हो गए थे. बाद में पांच लाख रुपये की रंगदारी भी मांगी गई. इसी प्रकार 20 अक्टूबर की रात्रि को आमस वेटरनरी अस्पताल के पास सुमित्रा नारायण इंटरप्राइजेज के नाम से संचालित ईंट भट्टा पर पहुंचकर अपराधियों ने मजदूरों के साथ मारपीट कर उनका मोबाइल छीना और रंगदारी मांगी. वहीं 25 अक्टूबर की रात्रि कलवन नहर के पास एक व्यक्ति का ग्लैमर बाइक छीन कर फरार हो गए थे.
पुलिस की पूछताछ में गुड्डू यादव नाम के अपराधकर्मी द्वारा खुलासा किया गया है कि वे जेल में बंद कुख्यात अपराधी धीरू यादव के नाम पर घटनाओं को अंजाम दे रहे थे. इस तरह के खुलासे के बाद पुलिस ने अपनी जांच को आगे बढ़ाया है और कार्रवाई जारी है. अपराधियों ने पुलिस को बताया है कि उनके द्वारा कई घटनाओं को अंजाम दिया गया है.