NEWSPR DESK- गया। जिले के डुमरिया प्रखंड के मैगरा थाना क्षेत्र के सेवरा पंचायत अंर्तगत पचमा गांव में शनिवार को डायन-भूत का आरोप लगाकर एक महिला को जिंदा जलाकर मार डाला।
दूसरे दिन पटना से पहुंचे फॉरेंसिक जांच टीम ने पचमा गांव में मृतिका रीता देवी उर्फ हेमंती देवी पति अर्जुन दास के घर पहुंच कर घटनास्थल पर नमूना को उठाया। वही इस मामले में घटनास्थल पर गया सिटी एसपी अशोक प्रसाद पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया। जिसके बाद मृतिका रिता देवी के पुत्र सोनू कुमार से पूरी घटना की जानकारी ली।
गया सिटी एसपी अशोक प्रसाद ने पत्रकारों को बताया कि यह घटना बेहद दर्दनाक और दिलदहला देने वाली है, जिस तरह से लोग अंधविश्वास के चक्कर में महिला को जिंदा जला दिया है, काफी निंदनीय है. वही जांच को लेकर अब तक 14 लोगों को हिरासत में लिया गया है. पीड़िता के द्वारा आवेदन में 63 लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. वही इस कांड का स्पीड ट्रायल के माध्यम से जल्द से जल्द सुनवाई किया जाएगा। लोगो से इस तरह के अंधविश्वास से बचने का भी अपील किया। और भविष्य में कैम्प लगाकर स्थानिय जनप्रतिनिधियों की सहायता से जागरूकता अभियान चलाने की बात कही है।
वहिं तत्काल सहमे डरे पीड़ित परिवारों को सुरक्षा देने की भी बात कही है। वही मुआवजा को लेकर मामला फस रहा है। क्योकि घटना डुमरिया प्रखंड में हुई है। और मृतिका का नाम पता इमामगंज प्रखंड में है। जिसे लेकर मृतिका के पति अर्जुन दास,पुत्र अमित कुमार और सोनू कुमार अंतिम संस्कार करने से पहले स्थानिय प्रशासान से मुआवजे को सुनिश्चित के बाद ही अंतिम संस्कार करने दिया। इस घटना में स्थानिय जनप्रतिनिधियों की भी गलती सामने आरही है। इसपर सिटी एसपी ने बताया के अनुसंधान के दौरान जो भी दोषी पाए गए उनको बख्शा नहीं जाएगा। सभी बिंदु पर जांच जारी है।
बता दे की पंचमा गांव के ग्रामीणों ने बताया कि कुछ माह पहले 35 वर्षीय परमेश्वर भारती की मौत हो गयी थी। इस मौत के बाद अंधविश्वास में परमेश्वर भारती के विधवा सरोज देवी व अन्य ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि हेमंती देवी ने ही जादू-टोना कर मेरे पति को जान से मार दिया। इसी को लेकर काफी दिनों तक इन दोनो घर से झगडा होता रहा। शनिवार को इसी बात को लेकर पचमा सामुदायिक भवन मे पूरे गांव के लोगों ने पंचायत प्रतिनिधि के उपस्थिति में बैठक की थी। बैठक में कुछ झारखंड के नोडिहा थाना क्षेत्र से भी अेाझा-गुणी आये हुए थे। इस बैठक के बाद ही उपद्रवियों ने हेमंती देवी के घर पर हमला बोल दिया व जिंदा जलाकर हत्या कर दीया।
मृतिका के परिजन विन्देश्वर दास ने बताया कि करीब दो सौ की संख्या मे महिला व पुरूष उपद्रवी थे, जो इस घटना को अंजाम दिया है। इधर, पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। साथ ही सभी घायलों को इलाज के लिए डुमरिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भेज दिया गया है।