NEWSPR डेस्क। भागलपुर नवगछिया प्यार जब चढ़ा परवान तो प्रेमी के लिए एक शादीशुदा लड़की ने दुसरे पति और अपने एक बच्चा को छोड़ तीन बच्चे के पिता से नैना चार कर बैठी. सर पर सवार उस आशिकी के भूत ने लड़की को कहीं का नहीं छोड़ा. ऐसा हीं मामला आज भागलपुर नवगछिया के ढोलबज्जा में देखने को मिला. जहां कदवा के एक शादीशुदा लड़की जब ढोलबज्जा के एक प्रेमी युगल के घर धरने पर बैठ गई. देखते ही देखते वहां सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई.
लड़की से पूछताछ करने पर बताया गया कि उसकी पहली शादी पचगछिया टोला कदवा के एक लडका से कराया गया था. जिसको छोड़ने के बाद युवती की दुसरी शादी खगड़िया जिला के पसराहा थाना क्षेत्र अंतर्गत महदीपुर गांव के एक युवक से पांच साल पहले कराई गई. इसी बीच करीब ढाई वर्ष पहले युवती के गांव कासीमपुर कदवा में एक सड़क जो कोसी बांध की सड़क है, उसके निर्माण कार्य बालू घाट से लेकर बुटनी बांध तक किया जा रहा था. जिसका पेटी कंट्रेक्ट ढोलबज्जा के ही अशोक जायसवाल है.
जिसमें ढोलबज्जा निवासी उमेश भगत के आशिक मिजाज पुत्र संतोष भगत मुंशी का काम किया करते थे. जिस दौरान कासीमपुर के उस शादीशुदा युवती से धीरे-धीरे उसके नैना चार हो गई और वह आंखें चार इस तरह परवान चढ़ गई कि दोनों आशिक मिजाज प्रेमी जोड़े के पास अपने आप के प्रति कोई पहचान तक नहीं रहे. इसलिए कि जिस तरह युवती ने अपने एक बच्चा के साथ-साथ दो पति को छोड़ दी. प्रेमी युगल संतोष का भी शादी हो चुकी है. जिसने अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ धोखा देकर करीब ढाई साल से कदवा की लड़की के साथ अय्याशी करता रहा.
मामला बिगड़ता देख ग्रामीणों ने जब दोनों प्रेमी युगल को ढोलबज्जा के पंचायत भवन में समझौता कराने का प्रयास किया तो, वहां कासीमपुर की लड़की ने बताया कि उसे संतोष ने मंहदीपुर के ससुराल छुड़वा कर नवगछिया के मिल टोला में छः महीने और नया टोला में तीन महीने अशोक सिंह नामक मकान मालिक के घर रख कर सब दिन शारीरिक संबंध बनाया. और शादी का झांसा देकर साथ-साथ जीने मरने के कसमें वादे किया.
दस दिन से जब दोनों के बीच अनबन चलने लगा तो संतोष ने अपनी प्रेमिका जिसकी काल्पनिक नाम (मधु) का साथ बहला-फुसलाकर छोड़ने का फैसला ले लिया. नवगछिया में मकान लेकर रखी गई युवती अपने प्रेमी की खोज में परसों ढोलबज्जा अपने प्यार संतोष के घर पहुंच गई. और धरने पर बैठ गई. विक्षित रूप बना कर प्रेमी युगल के घर बैठी युवती से कुछ स्थानीय लोगों ने उससे पूछताछ कर उसके ठिकाने पर जाने और रातभर उसके ठहरने का इंतजाम किया. इसी बीच संतोष भगत ने युवती को अपने भैंगना के माध्यम से उठवा कर बिहारीगंज ले भागा.
जहां से परसों लौटने वक्त संतोष भी पहुंचा और रास्ते में हीं चौसा के दुर्गा मंदिर में दोनों प्रेमी जोड़े ने एक साथ जीने मरने की कसम खाई और लड़की को पुनः नवगछिया के उसी भाड़े की मकान में छोड़ने की बात कह लें गया. जहां रास्ते में हीं युवती के हाथ एक हेलमेट थमा, पेट्रोल भराने की बहाने बना युवक फरार हो गया और युवती प्रेमी के घर पहुंच धरने पर बैठ गई, जहां गंभीर मामला को देखते हुए स्थानीय लोगों ने दोनों प्रेमी जोड़े को ढोलबज्जा थाना पहुंचाने का प्रयास किया. जहां लिखित शिकायत नहीं मिलने और ग्रामीणों के द्वारा आपसी समझौते के बाद लड़की के परिजन मधु (काल्पनिक नाम) को वापस घर ले गए.
बताया जा रहा है कि लड़का पक्ष की ओर से आर्थिक मदद दिलाने के बाद मामले का समझौता कराया गया है. लेकिन, लड़की आखरी दम तक इस समझौते को मानने को तैयार नहीं थी. इस बीच कोई अनहोनी की घटना घटित होती है तो, इस मामले को षड्यंत्र के तहत कभी भी छोटा-बड़ा करने से कोई नहीं रोक सकता. थानाध्यक्ष प्रभात कुमार ने बताया कि- मामले की जानकारी मिली है. लेकिन लिखित आवेदन किसी पक्ष ने नहीं दिया है. शिकायत मिलने पर उचित कार्रवाई की जाएगी.