NEWSPR डेस्क। बेतिया असम से लापता नाबालिग लड़की की तलाश में पहुंची मिशन मुक्ति फाउंडेशन और पुलिस की टीम उस वक्त हैरान रह गई जब दो घरों से एक दो नहीं; बल्कि 13 नाबालिग लडकियां मिलीं. बेतिया के लौरिया थाना क्षेत्र स्थित व्यासपुर चौक पर दिल्ली, रक्सौल, बेतिया और लौरिया की टीम ने सभी लड़कियों का रेस्क्यू किया गया जिनसे ऑर्केस्ट्रा में काम कराया जा रहा था.
मिली जानकारी के अनुसार, मिशन मुक्ति फाउंडेशन दिल्ली के निदेशक बीरेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में लौरिया के ब्यासपुर चौक पर दो घरों में छापेमारी की गई; जहां से 13 नाबालिग लड़कियों को रेस्क्यू ऑपरेशन कर मुक्त कराया गया. ये नाबालिग लड़कियां असम, यूपी, पंजाब, पश्चिम बंगाल और बिहार के गोपालगंज की रहने वाली हैं.
इधर; एक साथ दिल्ली, रक्सौल की एसएसबी बटालियन, बेतिया महिला थाना, चाइल्ड लाइन, लौरिया थाना की पुलिस संयुक्त रूप से छापेमारी की. हालांकि, छापेमारी के दौरान ऑर्केस्ट्रा संचालक पिछले रास्ते से फरार हो गया, लेकिन उनकी पहचान कर ली गई है.
सभी नाबालिग लड़कियों को लौरिया थाना लाया गया और उनसे पूछताछ की गई तो लड़कियों ने ऐसे कई खुलासे किए जिससे रेस्क्यू टीम हैरान रह गई. मुक्ति फाउंडेशन के निदेशक बीरेंद्र सिंह ने बताया कि लौरिया थाना में चाइल्ड लाइन बेतिया की रौशन आरा ने मानव तस्करी के आरोप में डायमंड म्यूजिकल ग्रुप ऑर्केस्ट्रा के संचालक रंजीत ठाकुर और शक्ति ग्रुप ऑर्केस्ट्रा के संचालक मुस्कान पर एफआईआर दर्ज करायी है.
एसएसबी के रक्सौल इंस्पेक्टर मनोज कुमार ने बताया कि इन लड़कियों को बेतिया महिला थाना में 161 का बयान दर्ज कराने के लिए ले जाने का कवायद शुरू कर दी गयी है जिसके बाद सभी का मेडिकल कराया जाएगा