NEWSPR डेस्क। पटना बिहार में फर्जी ट्रेन टिकट रैकेट चल रहा है। ऐसे में अगर आप किसी एजेंट के जरिए रेल टिकट ले रहे हैं तो ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवानों ने पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) के तहत आने वाले अलग-अलग स्थानों पर दलालों के गुप्त ठिकानों पर छापेमारी की। 33 लोगों को भोले-भाले यात्रियों को नकली और अवैध रेल यात्रा टिकट बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। ईसीआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) बीरेंद्र कुमार ने कहा कि आरपीएफ ने उनके खिलाफ आरपीएफ अधिनियम के तहत 34 मामले दर्ज किए हैं।
रेलवे की ओर बताया गया कि पटना जंक्शन और राजेंद्र नगर टर्मिनल सहित सभी प्रमुख स्टेशनों पर आरपीएफ की खुफिया शाखा दलालों की अवैध गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रही है। छापे के दौरान आरपीएफ टीमों ने 76 हजार रुपए के 47 यात्रा टिकट बरामद किए गए, जो दूर-दराज के स्थानों के लिए थे।
जांच में पता चला कि ये टिकट या तो यात्री आरक्षण प्रणाली काउंटरों से या आईआरसीटीसी साइट पर ऑनलाइन फर्जी नामों से बुक किए गए थे। सीपीआरओ ने कहा कि पूछताछ में पता चला कि इन दलालों ने यात्रियों को 15.83 लाख रुपए मूल्य के 612 यात्रा टिकट प्रीमियम कीमत पर बेचे थे। सीपीआरओ ने कहा कि रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे फर्जी नाम और आयु वर्ग के अज्ञात व्यक्तियों से रेलवे टिकट न खरीदें। इसके बजाय उन्हें रेलवे पीआरएस काउंटरों या अधिकृत आईआरसीटीसी एजेंटों से ही टिकट खरीदना चाहिए।
सूत्रों के अनुसार, अधिकांश नियमित मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में कन्फर्म टिकट पटना और ईसीआर के अन्य प्रमुख स्टेशनों से मुश्किल से ही उपलब्ध होते हैं। इस प्रकार, अनजाने लोग एक आसान शिकार बन जाते हैं और वे प्रीमियम कीमत पर नकली टिकट खरीदने के लिए मजबूर हो जाते हैं।