मुंगेर के नगर भवन परिसर में शिल्प उत्सव मेला में शिल्प स्वयं सहायता समूह के 64 कारीगरों द्वारा हस्तशिल्प से तैयार सहारनपुर का फर्नीचर, उत्तर प्रदेश के भदोई का कालीन, लखनऊ का चिकन वर्क, राजस्थानी लहंगा एवं कुर्ती, लुधियाना का कंबल, कश्मीर का सॉल एवं सूट के अलावा 16 स्टॉल पर अनेक तरह के हस्तशिल्प सामग्री की प्रदर्शनी लगी है जिसे खरीदने जुटी भीड़ ।
मुंगेर के टाउन हॉल में शुक्रवार की शाम शिल्प उत्सव मेला का उद्घाटन सदर अनुमंडल पदाधिकारी यतिन्द्र कुमार पाल और उपनगर आयुक्त विनय कुमार ने संयुक्त रूप से फीता काट कर किया। उद्घाटन के बाद मेला मेंं शिल्पी स्वयं सहायता समूह के कारीगरों द्वारा तैयार हस्तशिल्प सामग्री की खरीदारी करने काफी संख्या में लोग पहुंचे। शिल्प मेला में समूह के 64 कारीगरों द्वारा हस्तशिल्प से तैयार सहारनपुर का फर्नीचर, उत्तर प्रदेश के भदोई का कालीन, लखनऊ का चिकन वर्क, राजस्थानी लहंगा एवं कुर्ती, लुधियाना का कंबल, कश्मीर का सॉल एवं सूट के अलावा 16 स्टॉल पर अनेक तरह के हस्तशिल्प सामग्री की प्रदर्शनी लगी है।
शिल्पी स्वयं सहायता समूह के संचालक सुधीर शर्मा ने बताया कि सहारनपुर का फर्नीचर 02 हजार से 40 हजार तक, भदोई का कालीन 500 से 16 हजार तक, कश्मीरी सॉल 600 से 50 हजार तक, राजस्थानी लहंगा 150 से 350 तक, भागलपुरी सिल्क 250 से 6 हजार तक लोग प्रदर्शनी में खरीदारी कर सकते हैं। सुबह 11 से रात 9 बजे तक चलने वाले प्रदर्शनी में बच्चों के मनोरंजन के लिए विभिन्न प्रकार के झूला और खाद्य पदार्थ के भी स्टॉल लगाए गए हैं। ताकि लोग परिवार के साथ प्रदर्शनी में आएं और स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार हस्तशिल्प सामग्री की खरीदारी प्रदर्शनी में करें। इस दौरान बच्चे भी मनोरंजन कर सकें, इसके लिए झूला भी प्रबंध किया गया है।