आज हम एक ऐसे अनूठे शिवभक्त से आपको मिलवाने जा रहे हैं जो पिछले 12 वर्षों से भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए अनोखे वेशभूषा में मौनी अमावस्या के दिन भागलपुर सुल्तानगंज के पवित्र उत्तरवाहिनी गंगा तट पर पहुंचते हैं और आस्था की डुबकी लगाने के बाद कांवड़ में गंगाजल भरकर कंधे पर रखकर 105 किलोमीटर की लंबी दूरी पैदल तय करते हैं |
इससे पहले यह भक्त अपने घर सीतामढ़ी से भी 400 किलोमीटर पैदल चलकर सुल्तानगंज के पवित्र उत्तरवाहिनी गंगा तट पर पहुंचता है | हम आपको बता दें कि सीतामढ़ी के रहने वाले टुनटुन दास 12 साल से अनोखा रूप धारण कर भगवान भोले की भक्ति में लीन है. चेहरे और माथे पर मिट्टी का लेप लगाए यह भक्त देश के अलग-अलग ज्योतिर्लिंग का दर्शन कर चुका है , हाथ में डमरू और शंख लिए पैदल भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए सुल्तानगंज के पवित्र उत्तरवाहिनी गंगा से जल भरकर देवघर जा रहे हैं।