पूर्व केंद्रीय मंत्री ने शराबबंदी को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि किसी भी सरकार और किसी भी प्रशासन की पहली प्राथमिकता होती है कानून व्यवस्था कायम करना, लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहली प्राथमिकता शराबबंदी दूसरी प्राथमिकता शराबबंदी और तीसरी प्राथमिकता भी शराबबंदी है। सारे पुलिसकर्मियों को बिहार के मुख्यमंत्री ने नशेड़ी और शराब के धंधेवाजो को पकड़ने में लगा दिया है। ताड़ के पेड़ पर कौन चढ़ रहा है सड़क पर दारू पीकर कौन घूम रहा है।
इसे देखने में पुलिसकर्मियों को लगा दिया है। वहीं दूसरी ओर अपराधी पास में देसी कट्टा लेकर घूम रहे हैं उसे कोई भी चेक करने वाला नहीं है। देसी कट्टा लेकर घूमने वाले अपराधियों की जेब की जगह मुंह में मशीन के सहारे मुंह सूघने का काम किया जा रहा है। जरा सोचिए कि बिहार में कानून व्यवस्था कहां से कायम रहेगी। बिहार के मुख्यमंत्री ने सभी लोगों का मनोबल तोड़कर रख दिया है। उक्त बातें उन्होंने रहुईं प्रखंड के उच्च विद्यालय सोनसा में आयोजित जन नायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती समारोह के दौरान कही।