दक्षिण कोरिया की संस्था सांग बोल सोसाइटी ऑफ कोरिया द्वारा 108 कोरियन मौंक्स भारत और नेपाल के विभिन्न बुद्ध सर्किट का पैदल भ्रमण पर निकले।

Patna Desk

गया साउथ कोरिया और भारत के साथ मधुर रिश्तो के पूरे 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में दक्षिण कोरिया की संस्था सांग बोल सोसाइटी ऑफ कोरिया द्वारा 108 कोरियन मौंक्स भारत और नेपाल के विभिन्न बुद्ध सर्किट का पैदल भ्रमण पर निकले हैं। इनमें महिलाएं और पुरुष दोनों शामिल हैं। भगवान बुद्ध के जन्म स्थान से लेकर महापरिनिर्वाण तक , जिस जिस रास्ते भगवान बुद्ध गुजरे थे , उन सभी रास्तों पर कोरिया से आए 108 कोरियन मौंक्स गुजरेंगे। इस कड़ी में भगवान बुद्ध की तपोभूमि बोधगया में यह दल 2 दिनों तक भगवान बुद्ध की पूजा अर्चना की। भारत और नेपाल के 1167 किलोमीटर के पैदल यात्रा पर 43 दिनों के लिए निकले कोरियन मौंक्स की पदयात्रा वाराणसी के सारनाथ से प्रारंभ हुआ है , जो बोधगया , राजगीर , नालंदा , वैशाली , कुशीनगर , लुंबिनी होते हुए श्रावस्ती मैं संपन्न होगा। पूरी दुनिया में चल रहे विश्व युद्ध , टर्की में अर्थ क्विक और करोना में मरे लोगों की आत्मा की शांति की कामना को लेकर दक्षिण कोरिया से निकले कोरियाई मौंक्स संपूर्ण बुद्ध सर्किट का पैदल यात्रा करेंगे। हाल के दिनों में आगरा में होने वाले जी-20 समिट के लिए यह कोरियाई पैदल मौंक्स की यात्रा खासा महत्व रख रहा है। भगवान बुद्ध जिस रास्ते बौद्ध धर्म का प्रचार करते हुए निकले थे , उस रास्ते से होते हुए दक्षिण कोरिया से निकले मौंक्स , विश्व में शांति की कामना को लेकर चल रहे हैं। इस पद यात्रा को लेकर भारत और कोरिया दोनों की सरकार काफी उत्साहित है। जगह-जगह पर भारत सरकार और बिहार सरकार द्वारा संपूर्ण व्यवस्था के साथ-साथ पर्याप्त सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किए गए हैं। पैदल चल रहे कोरियाई मॉन्क्स को कहीं कोई असुविधा ना हो , इसके लिए गया के एसएसपी आशीष भारती और डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट त्यागराजन एसएम ने पर्याप्त व्यवस्था कराई है। पैदल यात्रा में वर्मा एंड वर्मा क्रिएशन कंपनी द्वारा निर्मित 6 फुट की संगमरमर की प्रतिमा साथ साथ चल रही पदयात्रा की शोभा बढ़ा रही है।

आपको बता दें की वर्मा एंड वर्मा क्रिएशन कंपनी ने दक्षिण कोरिया की सरकार को ऐसे 500 भगवान बुद्ध की संगमरमर की प्रतिमा निर्माण कर सौंपी है। कोरियन धार्मिक संस्था सांग वोल ने प्रसन्न होकर 500 और प्रतिमा बनाने का वर्मा एंड वर्मा क्रिएशन कंपनी से अनुरोध किया है। कोरिया और इंडिया के डिप्लोमेटिक रिलेशन के 50 वर्ष पूरे होने पर कोरियाई बौद्ध भिक्षु का यह पदयात्रा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस संपूर्ण पदयात्रा में चल रहे बुद्धा टूर के ऑर्गेनाइजर नवीन सिन्हा ने बताया कि सांग वोल कोरियाई संस्था द्वारा निकाली गई यह पदयात्रा 43 दिनों तक भारत और नेपाल के विभिन्न बौद्ध तीर्थ स्थलों का भ्रमण करेगा।

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