सदर अस्पताल औरंगाबाद को कभी नेकनामी तो कभी अपनी कार्यशैली को लेकर बदनामी का सामना करना पड़ता है।लेकिन रविवार को सदर अस्पताल के ओटी इंचार्ज सुधीर वर्मा जिसने आज एक महिला की जान बचाने में अपनी जी जान लगा दी।हालांकि महिला को बेहतर इलाज के लिए परिजन रेफर की बात कह रहे थे।लेकिन सुधीर ने अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए उसकी जान बचाई।सुधीर की कार्य के प्रति समर्पण देखकर लोग वाह वाह कर उठे और मुक्त कंठों से उसकी प्रशंसा की।
गौरतलब है कि आज जहरीला पदार्थ सेवन कर जीवन मौत से जूझ रही एक महिला को सदर अस्पताल इलाज के लिए लाया गया। महिला के परिजन उसकी जान बचाने के लिए गुहार लगा रहे थे।महिला के बचाव के लिए सारे प्रयास किए जा रहे थे।महिला के नस में स्लाइन सही तरीके से नहीं जा पा रहा था तो ओटी इंचार्ज सुधीर सलाइन की बोतल हाथ में लेकर चेयर पर चढ़ गए। इतना ही नहीं सलाइन की बोतल हाथ में लेकर वे तब तक खड़े रहे जब तक महिला की जान में जान नही आई और वह पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हो गई। सुधीर के इस कार्य को देखकर मरीज के परिजन भी काफी खुश हुए।उन्होंने कहा कि ऐसा कार्य अगर सदर अस्पताल में पदस्थापित सभी कर्मी करें तो मरीजों के हृदय में सदर अस्पताल के प्रति विश्वास बढ़ेगा।