रोहतास जिला समाहरणालय स्थित अपने कार्यालय कक्ष में शनिवार को जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने जिला जल एवं स्वच्छता समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। इस दौरान संबंधित अधिकारियों को कई दिशा निर्देश जारी करते हुए डीएम ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में 129 पंचायतों में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन का कार्य किया जायेगा। जबकि वित्तीय वर्ष 2021-22 एवं 2022-23 में बने मॉडल गाँव का वेरिफिकेशन चार सदस्यीय टीम बनाकर होगा। उन्होंने कहा कि पंचायतों में अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई का निर्माण 15वें वित्त आयोग एवं षष्टम वित्त आयोग के तहत उपलब्ध निधि से कराया जाएगा तथा 129 पंचायतों में एक-एक स्वच्छता पर्यवेक्षण एवं प्रत्येक वार्ड में एक-एक स्वच्छता कर्मी का चयन होगा। वहीं तरल अपशिष्ठ प्रबंधन का निपटान हेतु कम्युनिटी सोकपीट जंक्शन चेंबर एवं आउटलेट चेंबर निर्माण किया जायेगा।
बैठक के दौरान डीएम ने संबंधित अधिकारियों को घर-घर से अपशिष्ट संग्रह हेतु यूजर चार्ज लेने का निदेश दिया तथा अंत में करगहर एवं चेनारी प्रखंड में कार्यरत डीआरपी संसाधन सेवी के वित्तीय वर्ष 2023-24 का मानदेय भुगतान करने की स्वीकृति दी गई। मौके पर उप विकास आयुक्त शेखर आनंद, असैनिक शल्य चिकित्सक-सह- मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ केएन तिवारी, डीपीओ मनरेगा, डीसी अखिलेश कुमार पाण्डेय, प्रभारी नगर आयुक्त एवं डीपीएम जीविका उपस्थित रहे।