अनुमंडल अस्पताल से चोरी गयी नवजात बरामद, चोरी करने वाली मां-बेटी गिरफ्तार

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। पूर्वी चम्पारण में नवजात की चोरी की घटना होने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई किया है। घटना के महज 24 घन्टे के अन्दर पुलिस ने नवजात को सकुशल बरामद किया है। साथ ही चोरी की घटना को अंजाम देने वाली मां बेटी को गिरफ्तार किया है। आपको बता दे कि बीते कल अहले सुबह पूर्वी चम्पारण के चकिया अनुमंडल अस्पताल से नवजात की चोरी मां बेटी ने मिलकर कर लिया था। इस दौरान अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे बन्द मिले थे। जिस कारण पुलिस को काफी मस्कत करनी पडी।

पुलिस ने अनुसंधान करते हुए नवजात को मधुबन थाना का जोगौलिया पंचायत के गुलाब खां टोला से बरामद किया है। साथ ही चोरी करने वाली मां बेटी को गिरफ्तार किया है। मालूम हो कि गुरुवार की शाम प्रसव पीडा से परेशान पीपरा थाना के भेरखिया गांव निवासी कमलेश राम ने अपनी पत्नी गायत्री देवी को चकिया अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां गायत्री देवी ने शाम के पौने पांच बजे बच्ची को जन्म दिया। जिसके बाद उसे अस्पताल में डॉक्टर की देख रेख में छोड पूरा परिवार गांव भेरखिया चला गया था। साथ में कमलेश राम की मां थी, जो बच्ची और गायत्री की देख रेख कर रही थी।

इसबीच मां बेटी कमलेश की मां सोना देवी को अकेला देख उसे परेशान करने की नियत से पहले कपडे फेंकने लगी। फिर साथ में बैठकर बातचीत करने लगी। इसी बीच सोना देवी के ऑख झपकते ही नवजात को लेकर फरार हो गयी थी। निन्द खुलने पर नवजात के नहीं रहने पर खोज और हंगामा शुरु हुआ। तब अस्पताल प्रशासन की निन्द खुली। कमलेश के आवेदन को चकिया अनुमंडल अस्पताल के अधीक्षक ने चकिया थाना पुलिस को भेजते हुए जांच करने का अनुरोध किया था। जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरु किया।

जांच के दौरान पाये गये कि अस्पताल के प्रसव पीडित मरीजों के वार्ड चार के सीसीटीवी कैमरे बन्द मिले थे। फिर भी पुलिस ने वैज्ञानिक तरीके से जांच करते हुए घटना के महज 24 घन्टे के अन्दर नवजात को बरामद किया है। साथ ही नवजात की चोरी करने वाली मां बेटी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद आरोपी रौशन खातून ने कहा कि कमलेश की मां सोना देवी ने ही उसे नवजात को दिया था। जिससे पुलिस पुछताछ कर रही है। पुलिस को मिली सफलता से चकिया थाना में खुशी का माहौल दिखा। महिला पुलिस अधिकारी नवजात को प्यार दुलार करते देखी गयी। यह पुलिस के बडी चुनौती थी। क्योकि चोरी गये नवजात कुछ भी बोल या बता नहीं पाता तो अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे को बन्द कर चोरी की घटना को छुपाने का प्रयास किया गया था। पुलिस को मिली सफलता ने सब के चेहरे पर खुशी ला दिया है।

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