NEWSPR डेस्क। बिहार के सीतामढ़ी जिला पुलिस के लिए वर्षो से सरदर्द बने सर्वेश दास को बाइक सवार कुछ अपराधियों ने गोलियों से भून डाला। सर्वेश की हत्या उसके दरवाजे पर ही की गई। गोलियों से जख्म इस कदर हो गए है कि उसकी पहचान भी संभव नही हो पा रही है। बताया गया है कि अपराधियों ने उसके सर में गोली मारी है। पुलिस की माने, तो उसके गैंग के ही साथियों ने सर्वेश की हत्या की है। वह हत्या, रंगदारी, लूट एवं आर्म्स एक्ट के कई मामलों में आरोपित था। सर्वेश को बिहार लिबरेशन टाइगर्स आर्मी का स्वयंभू कमांडर माना जाता था।
बताया गया है कि सर्वेश सीतामढ़ी के रुन्नीसैदपुर थाना क्षेत्र के माधोपुर सुल्तानपुर गांव का निवासी था। रात में वह अपने दरवाजे पर बैठा था। इसी दौरान अपाची बाइक से दो अपराधी उसके पास पहुंचे और उसे गोलियों से भून डाला। उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। उसके सर में भी गोली लगी है। सर्वेश ने शातिर अपराधियों का शिकार होने से बचने के लिए फरार होने की कोशिश की, लेकिन वह बच नहीं सका। गोली की आवाज सुनकर जबतक लोग मौके पर पहुंचे, दोनों अपराधी फरार हो चुके थे। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई।
बताया गया है कि वर्ष 2019 में सर्वेश को पुलिस ने गिरफ्तार की थी। चार माह पहले वह जेल से बाहर आया था। वह जेल में भी रहकर रंगदारी वसूल कर रहा था। यानी जेल से ही अपने गैंग का संचालन करता था। जेल में रहे या जेल से बाहर वह पुलिस के लिए बड़ा सरदर्द बना रहता था। वह पुलिस के रडार पर बराबर रहता था। जेल से रंगदारी मांगने की बात सामने आने पर जिला पुलिस ने उसे केंद्रीय कारा, भागलपुर स्थानांतरित कर दिया था। वर्ष 2020 में उसके घर पर अपराधियों ने फायरिंग भी की थी। हालांकि तब सर्वेश दास जेल में बंद था।