भागलपुर के विक्रमशिला पुल से एक युवक ने दोपहर में छलांग लगा दी, आज गुरु पूर्णिमा होने के चलते घाट में कुछ चहल-पहल ज्यादा ही थी जिसके चलते जीवन जागृति सोसाइटी के जीवन रक्षक ग्रुप के कुछ कार्यकर्ता वहां मौजूद थे जिनकी नजर पड़ी और उसमें से एक गोताखोर ने उस युवक को गंगा की धारा से निकाल कर बाहर लाया, युवक सही सलामत है लेकिन जब उससे बात की गई तो उस युवक ने कहा मैं अनाथ हूं ना तो मुझे मां पिताजी हैं और ना ही मेरे ऊपर किसी का सहारा है मैं कई वर्षों से अपने पेट के रोग से परेशान हूं काफी खर्च हो रहा है डॉक्टर ने भी जवाब दे दिया है मैं अपनी बहन के पास रहता हूं वह भी कितना करेगी अपने जीवन से तंग आकर मैंने यह फैसला लिया और मैं विक्रमशिला पुल के दूसरे पाए के बीच से छलांग लगा दी। जीवन जागृति सोसाइटी के तहत चलने वाले जीवन रक्षक टीम हर गंगा घाटों पर उपलब्ध है उसी के तहत आज विक्रमशिला पुल से कूदे युवक को गंगा महलदार ने बचा लिया उसके बाद जब जीवन जागृति सोसायटी के अध्यक्ष डॉक्टर अजय सिंह उस युवक से मिलने पहुंचे तो उस युवक ने बताया कि मेरे माता-पिता नहीं है मैं बहन के पास रहता हूं और मुझे पेट की बीमारी है मैं कई वर्षों से ग्रसित हूं मेरी बहन भी ख्याल रखती है लेकिन वह कितना ख्याल रख पाएगी, मैं जीवन से तंग आकर सोचा विक्रमशिला पुल से छलांग लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर लूँ और मैंने छलांग भी लगा दी वहीँ यहां एक गोताखोर ने मुझे निकाल लिया वहीं इसी बाबत डॉ अजय कुमार सिंह ने बताया कि आज के समय में ऐसे कई युवक अपने समाज में परेशान हैं चाहे उसकी कोई भी परेशानी हो लेकिन इस युवक ने जो किया है यह सही नहीं है, उन्होंने कहा जीवन जागृति सोसायटी की ओर से इस युवक को रोजगार भी दिया जाएगा और जहां तक संभव हो सकेगा इसका उचित इलाज भी कराया जाएगा।