मुंगेर विश्व प्रसिद्ध श्रावणी के शुरू होते ही मुंगेर जिला अंतर्गत 26 किलोमीटर कच्ची कांवड़िया पथ पर बाबाधाम जाने वाले कांवड़ियों का शैलाव उमड़ पड़ा । जिसमे देश के कई राज्यों के अलावा नेपाल तक के कांवड़िया विशेष भेष भूषा में देखे जा रहे है । ऐसा ही एक कोलकाता हावड़ा से आए 35 कांवड़ियों के जत्था में देखने को मिला । यह जत्था शिव पार्वती के मूर्ति के साथ 150 किलो के बने कावड़ को सुल्तानगंज से जल भर देवघर के लिए रवाना हुए ।
35 कांवड़ियों का जत्था कंधे पर मूर्ति युक्त कांवड़ उठाए हाथ में तिरंगा लिए निरंतर कच्ची कांवड़िया पथ पर आगे बढ़ा जा रहा है। कांवड़ियों ने बताया की यह उनका 8 वां साल है जो वे इस तरह से बाबा धाम जा रहे है। और हर बार अलग अलग तरह के कांवड़ को ले वे बाबाधाम जाते है। इस बार फायवर और व्हाइट सीमेंट का बना भगवान शिव और माता पार्वती के मूर्ति युक्त लाइटों से सजा तकरीबन 150 किलो के कांवड़ को ले वे देवघर जा रहे है।