NEWSPR DESK- बड़ी ख़बर बिहार के बगहा से है जहां मोहर्रम के पर्व में पुलिस द्वारा नियमों के उलंघन को लेकर जुलूस निकालने पर 44 नामजद और 150 अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज़ किया गया था ।
इस मामले में बगहा के वार्ड नंबर 26 डफाली टोला में सिकटा के माले विधायक वीरेंद्र गुप्ता को पीड़ितों द्वारा बुलाकर सभी बातों से अवगत कराया गया। जिसके बाद विधायक ने कहा है कि वर्षों से चला आ रहा मुस्लिम समुदाय का त्योहार मोहर्रम जो शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया। वहीं संघीय RSS मानसिकता वाले SDPO कैलाश प्रसाद व अन्य पुलिस कर्मियों द्वारा बेवजह इतने लोगो पर मुकदमा दर्ज कर गलत तरीक़े से परेशान किया जा रहा है।
विधायक ने कहा कि मेरे द्वारा इस मुद्दे को बिहार विधानसभा के सदन की कार्रवाई में उठाया जाएगा। और वरिय पदाधिकारियों से मिलकर केस को सुलझाने का प्रयास करूंगा। वहीं उन्होंने डीएसपी बगहा को आड़े हांथो लेते हुए कहा गया कि SDPO कैलाश प्रसाद द्वारा गलत एफआईआर करवा कर नाम हटाने के नाम पर पैसा वसूल करने की साज़िश है। चुकी पहले भी इस भ्रष्ट डीएसपी के कारस्तानियों का खुलासा एक एससीएसटी केस में हो चुका है कि ये कैसे लोगो से केस मुकदमे के नाम पर पैसा दोहन करते हैं ।
बता दें कि SDPO कैलाश प्रसाद लंबे समय से विवादों में घिरे होने के बाद भी बगहा में पोस्टेट हैं जो भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं लिहाज़ा पूर्व जिला पार्षद लालबाबू गोंड औऱ कांग्रेस नेता फिरोज़ अंसारी ने SDPO द्वारा रिश्वतखोरी औऱ भेदभाव को लेकर विभागीय स्तर पर शिकायत भी दर्ज़ कराई है इसी बीच एक समुदाय विशेष को पर्व त्यौहार में तबाह करने व आर्थिक दोहन की नीयत से झूठे आरोप लगाकर केस दर्ज कारवाने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है और यहीं वज़ह है कि माले विधायक ने सीधा बगहा SDPO की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर सदन में आवाज़ बुलंद करने की बात कही है ।