नई दिल्ली। दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश भारत आज अपना 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से लगातार 7वीं बार ध्वजारोहण किया और अब वह राष्ट्र को संबोधित किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ‘भारत को आधुनिकता की तरफ, तेज गति से ले जाने के लिए, देश के ओवरऑल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट को एक नई दिशा देने की जरूरत है। ये जरूरत पूरी होगी नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन प्रोजेक्ट से। इस पर देश 100 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। अलग-अलग सेक्टर्स के लगभग 7 हजार प्रोजेक्ट्स की पहचान भी किया जा चुकी है। ये एक तरह से इंफ्रास्ट्रक्चर में एक नई क्रांति की तरह होगा. अब इंफ्रास्ट्रक्चर में साइलोस को खत्म करने का युग आ गया है। इसके लिए पूरे देश को मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर से जोड़ने की एक बहुत बड़ी योजना तैयार की गई है।’
प्रधानमंत्री आज सुबह 7 बजकर 18 मिनट पर लाल किले के लाहौरी गेट पर पहुंचे. इसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा सचिव डॉक्टर अजय कुमार ने उनकी अगवानी की. इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 74वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश के नाम संबोधन दिया। राष्ट्रपति ने सबसे पहले हिंदी और फिर अंग्रेजी में देश को संबोधित किया। इस साल कोरोनावायरस महामारी के बीच स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है।
डिजिटल अभियान का कोरोना काल में मिला लाभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ‘आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में, आधुनिक भारत के निर्माण में, नए भारत के निर्माण में, समृद्ध और खुशहाल भारत के निर्माण में, देश की शिक्षा का बहुत बड़ा महत्व है। इसी सोच के साथ देश को एक नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति मिली है। कोरोना के समय में हमने देख लिया है कि डिजिटल भारत अभियान की क्या भूमिका रही है। अभी पिछले महीने ही करीब-करीब 3 लाख करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन अकेले BHIM UPI से हुआ है।’
नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन की शुरुआत
पीएम मोदी ने लिखा कि आज से देश में एक और बहुत बड़ा अभियान शुरू होने जा रहा है. ये है नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन। नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन, भारत के हेल्थ सेक्टर में नई क्रांति लेकर आएगा:। आपके हर टेस्ट, हर बीमारी, आपको किस डॉक्टर ने कौन सी दवा दी, कब दी, आपकी रिपोर्ट्स क्या थीं, ये सारी जानकारी इसी एक Health ID में समाहित होगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ‘मध्यम वर्ग से निकले प्रोफेशनल्स भारत ही नहीं पूरी दुनिया में अपनी धाक जमाते हैं। मध्यम वर्ग को अवसर चाहिए, मध्यम वर्ग को सरकारी दखलअंदाजी से मुक्ति चाहिए। एक आम भारतीय की शक्ति, उसकी ऊर्जा, आत्मनिर्भर भारत अभियान का बहुत बड़ा आधार है. इस ताकत को बनाए रखने के लिए हर स्तर पर, निरंतर काम हो रहा है।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ‘देश के किसानों को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर देने के लिए कुछ दिन पहले ही एक लाख करोड़ रुपए का ‘एग्रीकल्चर इनफ्रास्ट्रक्चर फंड’ बनाया गया है। इसी लाल किले से पिछले वर्ष मैंने जल जीवन मिशन का ऐलान किया था. आज इस मिशन के तहत अब हर रोज एक लाख से ज्यादा घरों को पानी के कनेक्शन से जोड़ने में सफलता मिल रही है।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ‘वोकल फॉर लोकल, री-स्किल और अप-स्किल का अभियान, गरीबी की रेखा के नीचे रहने वालों के जीवनस्तर में आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था का संचार करेगा। विकास के मामले में देश के कई क्षेत्र भी पीछे रह गए हैं। ऐसे 110 से ज्यादा आकांक्षी जिलों को चुनकर, वहां पर विशेष प्रयास किए जा रहे हैं ताकि वहां के लोगों को बेहतर शिक्षा मिले, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें, रोजगार के बेहतर अवसर मिलें। मेरे प्यारे देशवासियों, आत्मनिर्भर भारत की एक अहम प्राथमिकता है- आत्मनिर्भर कृषि और आत्मनिर्भर किसान।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘मेरे प्यारे देशवासियों, हमारे यहां कहा गया है- सामर्थ्य्मूलं स्वातन्त्र्यं, श्रममूलं च वैभवम्. किसी समाज, किसी भी राष्ट्र की आज़ादी का स्रोत उसका सामर्थ्य होता है, और उसके वैभव का, उन्नति प्रगति का स्रोत उसकी श्रम शक्ति होती है. हमारे देश का सामान्य नागरिक, चाहे शहर में रह रहा हो या गांव में, उसकी मेहनत, उसके परिश्रम का कोई मुकाबला नहीं है।