आरा सदर अस्पताल में मरीज के परिजनों से पैसे की मांग को लेकर हंगामा

Patna Desk

 

आरा सदर अस्पताल परिसर के लेबर वार्ड में शुक्रवार की दोपहर वहां मौजूद स्वास्थ कर्मियों द्वारा स्टिच देने के नाम पर प्रसूता महिला के परिजन से ऐसे मांग की जाने लगी। जब परिजन पैसे से दे देने से मना किया तो स्वास्थ कर्मियों ने रिश्ता महिला को स्टिच लगाने से मना कर दिया और कहां की अभी हमारे पास टाइम नहीं है। जिसके प्रसूता महिला के परिजन आक्रोशित हो गए। उसके बाद परिजनों द्वारा लेबर वार्ड में जमकर हंगामा किया। साथ ही परिजन द्वारा इसकी शिकायत सदर अस्पताल के सिविल सर्जन सुरेश प्रसाद सिंह से की गई। जिसके बाद सिविल सर्जन सुरेश प्रसाद सिंह,सदर अस्पताल उपाअधीक्षक डॉ.अरुण कुमार, सर्जन चिकित्सक डॉ.विकास सिंह तत्काल लेबर वार्ड पहुंचे जहां सिविल सर्जन एवं उपाअधीक्षक द्वारा उक्त स्वास्थ कर्मियों को जमकर डांट-फटकार लगाई गई। वही उपाअधीक्षक द्वारा उक्त स्वास्थ कर्मियों से स्पष्टीकरण की मां की गई है। जानकारी के अनुसार भुक्तभोगी महिला पवना थाना क्षेत्र के खोपीरा गांव निवासी आशीष कुमार के 26 वर्षीया पत्नी उमा भारती है। इधर भुक्तभोगी महिला के भाई सोनू कुमार पांडेय ने बताया कि उसकी बहन उमा भारती को परिजन द्वारा प्रसव के लिए शुक्रवार की सुबह सदर अस्पताल के लिए लेबर वार्ड में लाया गया था। जहां उसका नॉर्मल डिलीवरी किराया गया। डिलीवरी के बाद सिंगल स्टील देने की जरूरत पड़ती है। जिसको लेकर स्वास्थ कर्मियों द्वारा उसके जीजा एवं परिवार के ने सदस्यों से 2 हजार रुपए की मांग की गई। जब परिजन द्वारा उन्हें 1 हजार रूपए दिया भी जा रहा था। लेकिन वह लोग नहीं मान रही थी। सूचना पाकर जब वह सदर अस्पताल पहुंचा तो परिजनों उन्होंने इसकी जानकारी उसे दी। जब उसने कहा कि आप लोग खुशी से मिठाई खाने के लिए हम लोग जो दे रहे है वो ले लीजिए और उसे स्टिच दे दीजिए। लेकिन उक्त स्वास्थकर्मी नहीं मानी। जिसके बाद वह सिविल सर्जन कार्यालय पहुंचा और इसकी शिकायत सिविल सर्जन से की। शिकायत मिलने पर सिविल सर्जन और उपाअधीक्षक ने मामले को संज्ञान में लेते हुए तुरंत लेबर वार्ड में पहुंचे और उक्त स्वास्थ कर्मियों को जमकर डांट-फटकार लगाई। जिसके बाद उक्त स्वास्थ कर्मियों द्वारा दो अन्य मरीजों के परिजनों से लिए 2 हजार एवं 1 हजार को लौट आया गया। इसके बाद उपाअधीक्षक दोनों स्वास्थ्य कर्मियों से स्पष्टीकरण की मांग की है। स्पष्टीकरण के उपरांत दोषी पाए जाने पर उन पर सख्त करवाई करने के भी बात कही है।

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