राजधानी पटना में नगर निगम के हड़ताल के चलते लोग काफी परेशान नजर आ रहे है. लोगों को घर से निकलना मुश्किल हो गया है. अपनी मांगो को लेकर सभी सफाईकर्मी हड़ताल पर चले गए है. जिसके चलते सड़कों से लेकर गलियों तक कूड़ा का अम्बार लगा हुआ है. अगर बात करे दरियापुर गोला के वार्ड 42 की तो उसकी स्थिति बाद से बदतर है. वहां तो लोग वार्ड पार्षद के नामों से त्राहिमाम त्राहिमाम कर रहे है. जब न्यूज़ पीआर की टीम ने वार्ड 42 में जाकर तहक़ीक़ात की तो कई चौकाने वाले बाते नजर आये.
सुबह 10:00 बजे थे दरियापुर वार्ड 42 इलाके के कई गलियों मैं कूड़ा यूं ही पसरा पड़ा था बदबू के चलते वहां से गुजरने वालों को नाक पर रुमाल रखना पड़ रहा था यह स्थिति दरियापुर गोला के वार्ड 42 सहित आसपास की गलियों में भी दिखा। वार्ड 42 के रहने वाले बदबू से परेशान है, आने जाने वालों का भी हाल बेहाल है. वार्ड 42 में घुसते ही हर चौक चौराहे पर कूड़े का अंबार लगा हुआ है. स्थिति यह है कि वहां के लोग वार्ड पार्षद के नामों से त्राहिमाम त्राहिमाम कर रहे हैं. वही स्थानीय लोगों ने वार्ड पार्षद कैलाश प्रसाद यादव के ऊपर कई गंभीर आरोप लगाए है. स्थानीय राजू प्रसाद ने कहा की ऐसा पार्षद चाहिए जो जनता की समस्या सुने न की कान में रुई दाल कर सोये रहे. वही राजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा की जो करने वाला है उसे जिताया नहीं और जो जीता वो पैसे के बल पर उसको जनता की समस्या से कोई मतलब नहीं है. इस वार्ड में ना ही झाड़ू पर रहा है और ना ही कूड़ा उठाया जा रहा है. ऐसे में लोगों का गुस्सा वार्ड पार्षद के प्रति बढ़ते जा रहा है. पार्वती देवी ने कहा की सफाईकर्मी की जगह कोई और लोग आकर अंगूठा लगाकर हाजरी बना कर चले जाते है. यानी कहा जाए तो एक तरह से अगर कर्मी 10 है तो हाजरी 20 लोगों की बनेगी यानी हाजरी और कर्मी में भी पार्षद झोल झपाट कर रहे है.
अगर स्ट्रीट लाइट की बात करें तो वो भी वार्ड 42 की गलियों में नजर नहीं आता है अगर आता भी है तो ज्यादा तर ख़राब ही. उसके चलते भी लोगों में आक्रोश है. वही स्थानीय लोगों ने वार्ड पार्षद कैलाश प्रसाद यादव के नाम से मुर्दाबाद के नारे लगाते नजर आये. वही इस वार्ड की सफाई की जिम्मेवारी समाजसेवी मुकेश कुमार ने उठाया है.