भागलपुर,निर्वाचन आयोग ने बिहार के तमाम ज़िलों के आरओ और एआरओ को पटना बुलाकर 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर विशेष बैठक किया है। ईवीएम, मतदाता, सूची का प्रकाशन, नए मतदाताओं को जोड़ने से जुड़े मसले पर विमर्श की गई। अभी भी लगातार वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये राज्य भर के एआरओ को निर्देश दिए जा रहे हैं। लेकिन अभी तक कि जो सच्चाई है उसमें बिहार के 18 वर्ष से अधिक 60% युवा का नाम वोटर लिस्ट में नाम शामिल नहीं हो पाई है। आंकड़े की बात करें तो 18 वर्ष से 19 वर्ष के युवाओं की संख्या तकरीबन 60 लाख 97 हज़ार है। जबकि 20 वर्ष से 29 वर्ष के युवाओं की संख्या 2 करोड़ 16 लाख है। इन युवाओं का नाम वोटर लिस्ट में अभी तक नहीं है। बिहार की कुल आबादी 13 करोड़ से ज्यादा है। उसमें राज्य निर्वाचन आयोग के रिपोर्ट के मुताबिक कुल वोटरों की संख्या 7 करोड़ 58 लाख है। अगर 60 % युवा वोटर का नाम मतदाता सूची में अभी तक नहीं है तो आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले ऐसे युवाओं को मतदाता सूची में जोड़ना भी निर्वाचन आयोग के लिए बड़ी चुनौती होगी। भागलपुर में कई योग्य संभावित युवा मतदाता से बात किया तो जानकारी मिली कि ऑनलाइन आवदेन किया गया है, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला है। बीजेपी और जेडीयू के युवा नेता से बात हुई तो उनके अलग अलग राग देखने को मिले।