रोहतास जिले के डेहरी में भाजपा के पूर्व विधायक रामेश्वर प्रसाद चौरसिया ने मीडिया से बात करते हुए विपक्ष पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि देश के विकास में आईएनडीआइए गठबंधन पूरी तरह बाधक है। हालांकि उन्होंने बिहार सरकार द्वारा हाल ही में जारी किए गए जातिगत जनगणना के सर्वेक्षण को सही बताया। लेकिन कहा की जातिगत जनगणना करने का निर्णय भाजपा गठबंधन वाली बिहार की एनडीए सरकार में ही ली गई थी। जिसका श्रेय महागठबंधन सरकार लेना चाहती है। उन्होंने प्रेस वार्ता में बताया कि अब जरूरत आ गया है अति पिछड़ों के हाथ में सत्ता की कमान सौंपने की। भाजपा तो इसके पूर्व हीं दो-दो बार दो-दो उपमुख्यमंत्री का पद अति पिछड़ा को दे चुकी है। अब महागठबंधन सरकार को भी अति पिछड़ा को महत्वपूर्ण पद देते हुए मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री बनाना चाहिए। उन्होंने कई नेताओं एवं महत्वपूर्ण लोगों द्वारा बिहार में जातीय जनगणना को फर्जी बताने की बात को नकार दिया। उन्होंने कहा कि जिन जातियों को यदि किसी कारण बस उनको लगता है कि उनकी जाति की संख्या के बारे में जानकारी सही नहीं दी गई है तो इसके लिए वह उचित फोरम पर अपना साक्ष्य के साथ शिकायत दर्ज कर सकते हैं। सरकार को जरूर उसमें संशोधन करना चाहिए। सरकार को निश्चित रूप से उसमें संशोधन कर उनकी संख्या को फिर से जोड़ना चाहिए।