शारदीय नवरात्रि की सप्तमी के अवसर पर शनिवार की देर रात तक जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बने पंडालों में मां दुर्गा की पूजा अर्चना शुरू हो गई। वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच नेत्रदर्शन होते ही मां दुर्गा के जयकारे से पंडाल गूंज उठे। मां दुर्गा की आरती के बाद श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरण किया गया।
नौ दिनों तक चलने वाले नवरात्र पर्व में वैसे तो हर दिन भक्तों की भीड़ रहती है, लेकिन सप्तमी को जैसे ही पंडालों में स्थापित प्रतिमाओं की विधिवत पूजा के बाद नेत्रदर्शन होता है, पंडाल जयकारे से गूंज उठते हैं। इस साल जिले में छोटे बड़े लग-भग 479 पंडाल बने हैं, अगर बात करें मोहनिया अनुमंडल की तो टोटल 153 दुर्गा पंडाल बने हैं तो वही भभुआ अनुमंडल में 326 दुर्गा पंडाल बनाए गए हैं जहां मां दुर्गा के विविध स्वरुपों की प्रतिमाएं स्थापित हुई हैं। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसलिए जिले मे आवश्यकता के अनुसार पुलिस इंस्पेक्टर 32, अवर निरीक्षक 214, कांस्टैबल 781 के अलावे होमगार्ड 32, और चौकीदार तैनात किए गए हैं।
यही नहीं एसपी ललित मोहन शर्मा के द्वारा 5 QRT टीम का भी गठन किया गया है जो की जिले के सभी जगह दुर्गा पंडालो व असमाजिक तत्वों पर पैनी नजर बनाई रहेगी। पुलिस विभाग की तरफ से लगभग 781 पुलिसकर्मी, जिनमें इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर के अलावे सहायक पुलिस निरीक्षक सहित काफी संख्या में कांस्टेबल शाममिल हैं। इसके अलावा लगभग 35 होमगार्ड और चौकीदार भी तैनात हैं।
रविवार को सप्तमी के अवसर पर दुर्गा पंडालों में स्थापित प्रतिमाओं का मुहुर्त के अनुसार देर रात तक पट खोल दिया गया। उसके बाद जयकारे से पंडाल गूंज उठे। श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा सहित सभी देवी देवताओं की आरती उतारी और प्रसाद वितरित किया। पंडालों में सप्तमी के पहले दिन से ही श्रद्धालुओं की भीड़ काफी जुटने लगी है ।