सन्नी कुमार
पटना। जदयू से निकाले जाने को लेकर बिहार सरकार में मंत्री रहे श्याम रजक ने गैरकानूनी कहा है। जदयू के फैसले पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि जो पार्टी अपने ही संविधान का सम्मान नहीं कर सकती है। उनसे राज्य के विकास की बात करना बेमानी होगी।
श्याम रजक ने पार्टी की संविधान की धारा 19 का जिक्र करते हुए बताया कि इसमें लिखा है कि किसी भी विधायक को अनुशासन भंग करने पर उन्हें राजकीय पद से नहीं हटाया जा सकता है। लेकिन पार्टी ने अपने ही संविधान का ख्याल नहीं रखा।
खुद देनेवाला था इस्तीफा
पार्टी से निकाले जाने के बाद पहलीबार मीडिया से मुखातिब हुए श्याम रजक ने कहा कि वह खुद जदयू से इस्तीफा देनेवाले थे। इस दौरान राजद में घर वापसी को लेकर पूछे गए सवालों को लेकर श्याम रजक ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। हालांकि यह स्पष्ट हो चुका है कि वह राजद में शामिल हो सकते हैं। सुबह के ही राजद नेताओं का उनके घर पर आना जाना शुरु हो चुका है।