भारतमाला परियोजना के तहत वाराणसी कोलकाता एक्सप्रेस निर्माण के विरोध में चैनपुर प्रखंड के मसोई गांव में कैंप कार्यालय पर किसानों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। विरोध प्रदर्शन के दौरान धरना स्थल पर भभुआ प्रखंड के बेतरी गांव निवासी शिवकुमार प्रजापति की तबीयत खराब हो गई। तबीयत खराब होने का कारण बताया जा रहा है कि शिव कुमार का 62 डिसमिल जमीनरुपए जो लगभग 15 लाख रुपए की डिसमिल है। उसका मुआवजा निर्धारण भभुआ डीसीएलआर एवं जिला भू अर्जन पदाधिकारी के द्वारा इनको बताया गया कि आपको 45000 डीसिमल मुआवजा मिलेगा। किसान ने लगभग 35 गुना नुकसान का सदमा सह नहीं सका और धरना स्थल पर अचेत हो गए। संगठन द्वारा किसान को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चैनपुर पहुंचाया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चैनपुर में प्राथमिक इलाज के बाद किसान को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल भभुआ रेफर किया गया। सदर अस्पताल भभुआ से बेहतर इलाज के लिए किसान को वाराणसी रेफर किया गया। इस दौरान किसान की मौत हो गई।
इधर, किसान संघ मोर्चा ने किसान की मौत का आरोप मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात चैनपुर अंचलाधिकारी, भभुआ डीसीएलआर और जिला भू अर्जन पदाधिकारी के ऊपर लगाया है। किसान संघ मोर्चा कैमूर ने मांग किया है कि अंचल अधिकारी चैनपुर, डीसीएलआर और जिला भू अर्जन पदाधिकारी पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए।