अक्षय नवमी के मौके पर महिलाओं ने किया आंवला वृक्ष की पूजा।

Patna Desk

 

अक्षय नवमी को लेकर मंगलवार की सुबह आंवला के पेड़ के नीचे सुहागिन महिलाएं एवं कुमारी कन्याओं की भीड़ देखी गई। दरअसल छठ पूजा के अगले दिन और दीपावली के आठ दिन बाद अहले सुबह पति की लंबी आयु एवं परिवार की सुख शांति के लिए आंवला के पेड़ के नीचे महिलाओं के द्वारा आवला की वृक्ष की पूजा की जाती है एवं पेड़ के नीचे खिचड़ी या रसिया बनती है। आपको बता दे की संतान प्राप्ति, सुख सौभाग्य, समृद्धि के लिए रखे जाने वाला यह व्रत मां लक्ष्मी और विष्णु भगवान की पूजा के लिए भी खास है। कहा जाता है कि आवले के पेड़ में साक्षात भगवान विष्णु का वास होता है इसलिए इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा करने की परंपरा चली आ रही है। इस दिन पूजा के लिए महिलाएं आवला नवमी के दिन स्नान करके किसी आंवला वृक्ष के पास साफ सफाई करके वृक्ष की जड़ में शुद्ध जल अर्पित करती हैं।

 

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