NEWSPR DESK- बिहार में राजनीतिक समीकरण लगातार बदलती जा रही है यूं तो बिहार में एनडीए के फ्लोर टेस्ट से पहले विपक्षी दल कांग्रेस समेत सत्ता पक्ष के विधायकों में टूट की खबरें मिल रही है कांग्रेस में टूट के खतरे से डरी हुई है कि सभी विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट कर दिया गया।
ऐसा नहीं है कि सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही डरी हुई है नीतीश कुमार की पार्टी जदयू और भाजपा भी संभावित टूट की आशंका से डरी हुई है यही वजह है कि दोनों दल अपने-अपने विधायकों पर नजर रखे हुए भाजपा तो कांग्रेस की राह पर चल पड़ी है।
भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व को अपने विधायकों में टूट की आशंका दिखने लगी है लिहाजा विधायकों को पटना से बाहर ले जाने की तैयारी भी शुरू कर दी गई है 11 फरवरी तक विधायकों को उलझा कर रखने की प्लानिंग भी तैयार हो गई है।
आपको बता दे की भाजपा के अंदर खाने से सूत्र बताते हैं कि नेतृत्व अपने विधायकों पर पूरी तरह नजर बनाई हुई है बुधवार को भोज के बहाने सभी विधायकों को पटना बुला लिया गया है विधानमंडल दल के नेता सह डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के आवास पर भोज के बहाने सभी विधायकों को इकट्ठा किया गया है इसके बाद संगठन से जुड़े नेता सभी विधायकों का हाल-चाल लेते रहे ।
विधायकों की खूब अहमियत दी जा रही थी एक और जो बड़ी खबर निकलकर सामने आई है कि वह यह है सभी विधायकों को बोधगया ले जाने की तैयारी की जा रही है विधायकों से कहा गया है कि 10 फरवरी को बोधगया में प्रशिक्षण कार्यक्रम है लिहाजा सभी को हर हाल में 9 तारीख की शाम तक बोधगया पहुंच जाना है।
वही मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि जदयू विधायक में टूट की खबर भी सामने आने लगी है नीतीश कुमार के खास मंत्री श्रवण कुमार ने अपने किसी विधायक के टूट की खबर को बेबुनियाद बताया उन्होंने कहा कि जदयू का विधायक हमेशा ही सीएम नीतीश के साथ खड़े हैं और आगे भी खड़े रहेंगे अब देखना होगा कि कौन किसके साथ रहता है वह आने वाले 12 तारीख को फ्लोर टेस्ट में पता चल जाएगा