मुंगेर में उद्यान विभाग कि उदासीनता के कारण एक ओर मधु मख्खी पालक किसान हो रहे खस्ता हाल तो वहीं दूसरी ओर सप्लायर हो रहे है मामला माल और इसे देखने वाला कोई नहीं है।
चतुर्थ कृषि रोड मैप अन्तर्गत बागवानी विकास कार्यक्रम के लिए राज्य स्कीम मद से मधु मख्खी पालन एवं मधु उत्पादन कार्यक्रम का कार्यान्वयन वितीय वर्ष 2023-24 के लिए 24 करोड़ 46लाख92हजार कि लागत से राज्य के सभी जिलों क्रियान्वयन होना है,इस योजना के तहत कृषकों को मधु मख्खी,मधु मख्खी छत्ता, मधु निकासन यंत्र एवं फूड ग्रेड कन्टेनर अनुदानित दर पर उपलब्ध कराया जाएगा।इस योजना के तहत मुंगेर जिला में उद्यान विभाग के द्वारा 3 हजार बॉक्स का वितरण किया गया है,इस योजना में इच्छुक किसानों को मधु मख्खी बक्सा जिसका कीमत प्रति बक्सा 4 हजार रुपये है जिसमे सामान्य कोटि के किसानों को 75 प्रतिशत ओर अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति को 90 प्रतिसत अनुदान दिया जाएगा और प्रति किसान को कम से कम 20 बक्सा और अधिकतम 50 बॉक्स दिया जाना है।प्रति बक्सा में छत्ता धानी 8 फ्रेम वाला एक स्वीपर,कैप,चाकू,हैंड गलैप्स,कटर, नेट और मधु निकासी यंत्र आदि किसानों को दिया जाता है।इसके पूर्व किसानों को कृषि बिभाग आत्मा के द्वारा इन्हें मधु मख्खी पालन का प्रशिक्षण दिलवाया जाता है।परन्तु उद्यान विभाग कि उदासीनता के कारण मधु मख्खी पालक किसान दिन प्रति दिन बदहाल हो रहे और सप्लायर दिन प्रति दिन मालामाल हो रहा है।इस मामले पर से पर्दा उस वक्त उठा जब जमालपुर प्रखण्ड के चंद्रपुरा इलाके में पांच किसानों के बीच 100 बक्सों का वितरण हो रहा था,जब इस मामले में मधु मख्खी पालन के लिए बक्सा लेने आये किसानों से पूछा गया तो वे किसी बात का सही से जवाब नहीं दे पाए इतना ही नहीं सप्लायर ने इन्हें समान भी कम दिया है और 5 माह विलंब से किसानों को मधु मख्खी पालन के लिए बॉक्स दिया जा रहा है।इन बातो से यह स्पष्ट होजाता है कि किस तरह इस योजना में लूट मचा हुआ है और उद्यान विभाग के वरीय अधिकारी चुप्पी साधे हुए जिससे किसान दिन प्रति दिन बदहाल होता जा रहा है और इसे देखने वाला कोइ नहीं है।