पटना/नई दिल्ली
कांग्रेस मे नेतृत्व को लेकर उठापठक जारी है। जहां अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने पद से इस्तीफा देते हुए पार्टी के लिए पूर्णकालिक अध्यक्ष चुनने की बात कही है। वहीं राहुल और प्रियंका पहले ही इस जिम्मेदारी को संभालने से इनकार कर चुके हैं। इन सबके बीच अब यह बात सामने आ रही है कि पार्टी एक दलित चेहरे को कमान सौंप सकती है। जिसके लिए एक पूर्व महिला सांसद का नाम सबसे ऊपर बताया जा रहा है।
बिहार चुनाव पर नजर
अगले दो माह में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में बिहार में कांग्रेस के महागठबंधन में किसी भी दल के पास ऐसा कोई दलित चेहरा नहीं रह गया है। जिसके सहारे महागठबंधन जीत की राह पर चल सके। ऐसे में अब कहा जा रहा है कि किसी दलित चेहरे को कमान सौंप कर चुनाव में बड़ा दांव खेल सकती है। इस सूची में जो नाम सामने आ रहे हैं उनमें पार्टी के दलित चेहरे के रुप में मुकुल वासनिक और मीरा कुमार के नाम सबसे आगे हैं। हालांकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार के नाम पर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है।
मीरा कुमार का अनुभव बेहतर
मीरा कुमार पूर्व उप प्रधानमंत्री जगजीवन राम की बेटी हैं और दलित समुदाय में बेहद सम्मानित होने के साथ लोकप्रिय भी हैं। साथ ही उन्हे सोनिया का नजदीकी भी बताया जा रहा है। मीरा कुमार को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपकर पार्टी निश्चित रूप से बिहार चुनाव के साथ आनेवाले चुनावों के लिए भी बड़ा दांव खेल सकती है।
दलित चेहरा क्यों जरुरी
बात अगर बिहार चुनाव की करें तो एनडीए के पास पहले के ही एक बड़ा दलित चेहरा राम विलास पासवान के रूप में मौजूद है, अब उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी जुड़ गए हैं। बिहार में एनडीए के इन दो बड़े दलित चेहरों के विकल्प के रूप में महागठबंधन के पास ऐसा कोई लोकप्रिय चेहरा नहीं है, जिसके नाम पर वोट मांगा जा सके। हालांकि कुछ दिन पहले ही श्याम रजक ने राजद का दामन थामा था, लेकिन उनकी लोकप्रियता वैसी नहीं है, जिस पर चुनाव लड़ा जा सके। इसलिए मीरा कुमार के नाम पर विचार किया जा रहा है।