कैमूर: लोकसभा चुनाव को लेकर सासाराम संसदीय क्षेत्र से महागठबंधन प्रत्याशी मनोज राम के चुनाव नहीं लड़ने की चर्चा तेजी से चल रही थी। यह कयास लगाया जा रहा था कि सासाराम संसदीय क्षेत्र से मनोज राम का टिकट कर सकता है। लेकिन सभी अटकलों पर रविवार को उस समय विराम लग गया जब आला कमान ने फरमान जारी कर दिया कि 13 तारीख दिन सोमवार को मनोज राम सासाराम संसदीय क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। यह जानकारी कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष उपेंद्र प्रताप सिंह ने दी।
कौन है उपेंद्र प्रताप सिंह जानते हैं।-
कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष उपेंद्र प्रताप सिंह की अगर बात की जाए तो उपेंद्र प्रताप सिंह कैमूर कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष व कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में से एक माने जाते हैं। मूलत: इनका निवास स्थान कैमूर जिले के कुदरा प्रखंड अंतर्गत कदई गांव के मूलत निवासी हैं। इनकी पहचान और व्यक्तिगत पारिवारिक संबंध मीरा कुमार से लेकर प्रदेश के कई नेताओं से बेहतर संबंध आज भी जुड़े हुए हैं। लोगों का मानना है कि उपेंद्र प्रताप सिंह आज भी सही व सटीक निर्णय लेने की क्षमता रखते हैं। इसी का देन है कि आज भी प्रदेश तथा देश के राजनीतिक गलियारों में उपेंद्र प्रताप सिंह की खास अहमियत मानी जाती है।
सासाराम संसदीय क्षेत्र में सभी अटकलों पर बिराम लग चुका हैं। 13 तारीख सोमवार को मनोज राम भभुआ में अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।
कौन है मनोज कुमार राम जिन्हें कांग्रेस ने सासाराम लोकसभा सीट से दिया है टिकट-
Bihar Loksabha election 2014 : मनोज राम के राजनीतिक कैरियर का शुरुआत 2016-17 में हुआ था। कुछ देर के लिए मनोज कुमार वीआईपी पाटी से भी जुड़े हुए थे।
सभी अटकलें दरकिनार करते हुए कांग्रेस ने बिहार के सासाराम लोकसभा सीट से मनोज राम को उम्मीदवार बनाया है। मनोज राम पिछले लोकसभा चुनाव मे सासाराम से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे। मनोज कुमार की अगर बात की जाए तो मूलतः निवासी कैमूर जिले के रामपुर प्रखंड अंतर्गत तराव गांव के मूलत निवासी हैं। वैसे अगर बात की जाए तो काफी लंबे अरसे से कुदरा प्रखंड के सकरी गांव मे मनोज राम का रहन-सहन है।
अगर बात की जाए मनोज राम के शिक्षा पर तो उनकी शिक्षा मैट्रिक तक की पढ़ाई कुदरा के जेएमसी विद्यालय से हुई है। वहीं उन्होंने रूलर ऑफ़ डेवलपमेंट की पढ़ाई पटना इग्नू से की है।
मनोज राम का कांग्रेस से रहा है पुराना नाता-
मनोज राम की मां यशोदा देवी आजीवन कांग्रेसी रह चुकी हैं। कांग्रेस पार्टी में कैमूर महिला सेल के अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। मनोज राम के राजनीतिक कैरियर का आगाज 2016-17 में हुआ था। वहीं कुछ समय के लिए मनोज राम ने मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी से भी जुड़ चुके थे।
गौरतलाप है कि करीब 1 महीने पहले पूर्व लोकसभा अध्यक्ष व कांग्रेस नेता मीरा कुमार ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का घोषणा कर दिया था। बता दे की मीरा कुमार सोशल मीडिया पर खुद पोस्ट कर एलान की थी कि 2024 के आम चुनाव में मैं नहीं लड़ने का निर्णय किया है। मैं अपने देश के लोगों विशेष कर गरीब, वंचित वर्ग और महिलाओं की सेवा हमेशा करती रहूंगी ऐसा पूर्व लोकसभा स्पीकर व कांग्रेस नेता मीरा कुमार ने की हुई थी।
बता दे की मीरा कुमार बिहार के सासाराम सीट से पांच बार सांसद रह चुकी हैं। जब केंद्र में यूपीए सत्ता मे थी, तब मीरा कुमार को 2019 में लोकसभा अध्यक्ष बनाया गया था। अगर बात करें उनके पिता जगजीवन राम की तो वे 1952 के प्रथम चुनाव से 1986 तक सासाराम लोकसभा से लगातार आठ बार सांसद रह चुके थे।