सुमित कुमार
पटना। राजधानी से सटे मनेर रिंग रोड का मुद्दा अब कई स्थानीय समाजसेवी और राजनीतिक दलों के लोग अब सड़क पर उतर गए हैं और रिंग रोड का मुद्दा अब लगातार गर्माता दिखाई दे रहा है। रिंग रोड को मनेर नगर क्षेत्र से नहीं जोड़े जाने के कारण लोगों में काफ़ी आक्रोश है।
इसी क्रम में एक तरफ़ जहाँ मानव अधिकार सेवा और दियारा बचाओ भारत बचाओ परिषद के बैनर तले मनेर हल्दी छपरा संगम से महामहीम राज्यपाल बिहार सरकार तक दण्डवत यात्रा करते हुए ज्ञापन सौंपने जा रहे है तो वही सोशल एक्टिविस्ट फोरम के बैनर तले युवा लगातार धरना प्रदर्शन के साथ मार्च निकाल रहे हैं। दंडवत यात्रा 10 दिनों में पूरी की जाएगी जिसमें आज 3 किलोमीटर की यात्रा की जा चुकी हैं।
सीएम का ड्रीम प्रोजेक्ट है रिंग रोड
बतातें चले की पटना से बाहर जाने के लिए रिंग रोड मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट हैं जिसपर काम चल रहा है ।दो चरणों मे रिंग रोड को बनाया जाना है जो कच्ची दरगाह से शुरू होगा और वाया शेरपुर-दिघवाड़ा होते हुए बिहटा-सारमेरा रोड में जोड़ दिया जाएगा। इससे पटना से बाहर जाने वाले वाहनों को पटना शहर में नहीं आना पड़ेगा जिससे राजधानी के ट्रैफिक का दबाव कम होगा।
नक्शे में कर दिया गया बदलाव
दो साल पहले रिंग रोड का डीपीआर में मनेर होकर जाना था पर आखिरी डीपीआर में उसे शेरपुर से ही मोड़ दिया गया। जिसके बाद मनेर के लोगो मे सरकार को लेकर काफी आक्रोश है। जिसकी वजह से मनेर में हर जगह प्रदर्शन किया जा रहा है। वहीं आप पार्टी के जिलाध्यक्ष एवं दीयरा बचाव समिति के अध्यक्ष ब्रह्मप्रकाश चौधरी ने बताया कि राज्य की सरकार मनेर विधानसभा के लोगो के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है जो 2 साल पहले रिंग रोड को लेकर डीपीआर तैयार की गई थी जिसमें मनेर और बिहटा का कई हिस्सा था जिसको अब काट कर नया डीपीआर तैयार किया गया। वही. पुनः इसकी मांग को लेकर मनेर के लोगो के द्वारा दंडवत करते हुए बिहार के माननीय राज्यपाल के पास मने विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न मांगों को लेकर उन्हें ज्ञापन सौंपा जाएगा अगर इससे भी हमारी मांगे पूरी नहीं होती है तो आगामी विधानसभा चुनाव में मनेर विधानसभा की जनता सरकार को मुंहतोड़ जवाब देगी।