बिहार के हाजीपुर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की एक गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। 20 दिन पहले उद्घाटन के बावजूद, अस्पताल में बिजली और पानी की समस्या के कारण एक महिला की प्रसव प्रक्रिया मोबाइल की टॉर्च की रोशनी में कराई गई। आधी रात को दर्द से तड़पती पार्वती देवी अस्पताल पहुंची, लेकिन वहां बिजली नहीं थी। स्वास्थ्य कर्मचारियों ने किसी तरह मोबाइल की रोशनी में डिलीवरी कराई।
आशा कर्मी और डॉक्टरों ने इस स्थिति का सामना करते हुए देसी जुगाड़ किया। यह पहली बार नहीं है कि अस्पताल में बिजली की समस्या आई है। स्वास्थ्य कर्मचारी आशा कुमारी ने बताया कि यह समस्या लगातार बनी हुई है, जिसके चलते मरीजों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। डॉ. अनिल कुमार ने भी लाइट की कमी की पुष्टि की और कहा कि उन्होंने उच्च अधिकारियों को इस समस्या के बारे में सूचित किया है। इस मामले के सामने आने के बाद, स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई की बात कही है। नए भवन का उद्घाटन 6 सितंबर 2024 को हुआ था, लेकिन इस हालात ने बिहार की स्वास्थ्य सेवाओं की गंभीर स्थिति को उजागर कर दिया है।