राजधानी पटना के बीएमपी-5 उच्च माध्यमिक विद्यालय में छात्राएं प्रार्थना के साथ ‘महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम’ का पाठ करती हैं। यह परंपरा उनकी दिनचर्या का हिस्सा बन चुकी है। पाठ के बाद छात्राएं अपनी कक्षाओं में जाती हैं।
विद्यालय की छात्राओं का कहना है कि इस स्तोत्र का पाठ उन्हें सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है। साथ ही, यह उनके मन और मस्तिष्क को शांति और एकाग्रता में मदद करता है। स्कूल प्रशासन का मानना है कि यह अभ्यास छात्रों के नैतिक और मानसिक विकास में सहायक है।