बिहार के गया जिले में स्थित नौ हथा बाबा पहाड़ न केवल अपनी ऊंचाई और आकार के लिए मशहूर है, बल्कि अपनी अद्भुत और चमत्कारिक मान्यताओं के कारण भी चर्चा में है। तकरीबन 300 फीट ऊंचा यह पहाड़ वजीरगंज प्रखंड के सकरदास नवादा पंचायत में स्थित है। यह स्थान हजारों भक्तों की आस्था का केंद्र बना हुआ है, जो इसे श्रद्धा और चमत्कार का प्रतीक मानते हैं।
नौ हाथ की शिलाइस पहाड़ पर स्थित एक विशेष शिला को नौ हथा बाबा का प्रतीक माना जाता है। इस शिला को लेकर स्थानीय लोगों की मान्यता है कि चाहे बच्चा हो, जवान हो, या बुजुर्ग, इस शिला को अपने हाथों से नापने पर इसकी माप हमेशा नौ हाथ ही निकलती है। यह भले ही वैज्ञानिक दृष्टिकोण से संभव न लगे, लेकिन गांव के लोग इसे ईश्वर का चमत्कार मानते हैं।मन्नत पूरी होने का विश्वासयहां के स्थानीय निवासियों और श्रद्धालुओं का विश्वास है कि जो भी व्यक्ति सच्चे दिल से नौ हथा बाबा के शिखर पर पहुंचकर मन्नत मांगता है, उसकी हर इच्छा पूरी होती है। खासतौर पर जीवन की परेशानियों से जूझ रहे लोग यहां आते हैं और उनकी समस्याओं का समाधान होता है।आस्था का केंद्रनौ हथा बाबा पहाड़ दूर-दूर से श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
मान्यता के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति की कोई बड़ी इच्छा हो और वह पूरी श्रद्धा से यहां आकर प्रार्थना करे, तो बाबा उसे जरूर पूरी करते हैं।यह चमत्कारिक स्थान गया जिले में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दे रहा है। नौ हथा बाबा पहाड़ न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि यह एक अद्भुत मान्यता और चमत्कारिक स्थान के रूप में लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाए हुए है।