बिहार में फिर बिगड़ा मौसम का मिजाज, कई जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी, तेज हवाएं और भारी बारिश की चेतावनी

Patna Desk

बिहार में मौसम एक बार फिर से खतरनाक रूप लेता नजर आ रहा है। पटना स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने मंगलवार, 15 अप्रैल 2025 के लिए प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश और तेज आंधी की संभावना जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।यह चेतावनी खास तौर पर खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर, जमुई और बांका जिलों के लिए दी गई है, जहां 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने के साथ गरज-चमक और भारी बारिश हो सकती है।इसके अलावा राज्य के 14 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। पटना, नालंदा, जहानाबाद, गया, नवादा, शेखपुरा, बेगूसराय, सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, कटिहार, पूर्णिया, अररिया और किशनगंज में 40-50 किमी/घंटे की गति से हवाएं चलने और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।

18 अप्रैल से फिर बदलेगा मौसम-

बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ की टकराहट के चलते प्रदेश में मौसम लगातार अस्थिर बना हुआ है। मौसम विभाग ने 18 अप्रैल से एक और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना जताई है, जिससे अगले कुछ दिन और भी ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं।

आकाशीय बिजली ने ली तीन की जान-

तेज बारिश और बिजली गिरने की घटनाएं जानलेवा साबित हो रही हैं। अरवल जिले के वंशी थाना क्षेत्र में खेत से पुआल लेने गए अवधेश यादव, उनकी पत्नी राधिका देवी और बेटी रिंकू कुमारी की आकाशीय बिजली गिरने से दर्दनाक मौत हो गई। बारिश से बचने के लिए तीनों पुआल के नीचे छिपे थे, तभी यह हादसा हुआ।फसलें तबाह, किसानों पर संकटबारिश और तेज हवाओं से खेतों में खड़ी गेहूं और मक्के की फसल बुरी तरह प्रभावित हुई है। कटाई से पहले ही फसलें तेज हवा और पानी में गिरकर चौपट हो गई हैं, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।

बागवानी को भी नुकसान, आम की फसल प्रभावित-

तेज आंधी के कारण बागों में अधपके आम टूटकर गिर रहे हैं। इससे बागवानी किसानों की परेशानी बढ़ गई है। मौसम की मार से आम की उपलब्धता कम हो सकती है और इसका असर बाजार की कीमतों पर भी पड़ने की आशंका है।

आपदा प्रबंधन विभाग की सलाह-

आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों को सुरक्षित रहने की सलाह दी है। विभाग ने चेतावनी दी है कि:बिजली चमकने के दौरान खुले में न जाएं।पेड़ या खंभों के नीचे खड़े न रहें।धातु से बनी चीजों को न छुएं।मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का कम से कम उपयोग करें।सुरक्षित स्थानों पर रहें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।

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