पटना के चर्चित मामले में राजद विधायक रीतलाल यादव ने आखिरकार अपने भाई और अन्य सहयोगियों के साथ दानापुर न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। विधायक के साथ चिक्कू यादव, पिंकू यादव, श्रवण यादव समेत कई अन्य ने भी कोर्ट में सरेंडर किया। कोर्ट परिसर में इस दौरान काफी हलचल देखी गई।बता दें कि पटना पुलिस रंगदारी और धमकी के मामले में रीतलाल यादव की तलाश में जुटी हुई थी। आरोप है कि एक स्थानीय बिल्डर से उन्होंने 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी और न देने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। इस बीच, बिल्डर ने चार लाख रुपये भी दिए, लेकिन धमकियों का सिलसिला जारी रहा।
इस केस में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए विधायक के करीब 11 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान टीम ने लगभग 10.5 लाख रुपये नकद, 77 लाख के ब्लैंक चेक, जमीन के कागजात और कई अहम दस्तावेज जब्त किए। इस पूरी कार्रवाई का नेतृत्व दानापुर एएसपी भानु प्रताप सिंह कर रहे थे।उधर, इस कार्रवाई को लेकर विधायक रीतलाल यादव ने सफाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर बयान जारी करते हुए कहा कि यह पूरा मामला राजनीतिक साजिश का हिस्सा है और पुलिस उन पर एकतरफा कार्रवाई कर रही है।इस प्रकरण के चलते पटना के सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। कल भाजपा की ओर से भी सोशल मीडिया पर रीतलाल यादव को फरार बताया गया था।