नीट पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया को बिहार एसटीएफ ने किया गिरफ्तार, तीन लाख का था इनाम

Patna Desk

राजधानी पटना से एक बड़ी खबर सामने आई है। बहुचर्चित नीट पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी संजीव मुखिया को आखिरकार बिहार एसटीएफ और आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की संयुक्त टीम ने दबोच लिया है। सूत्रों के अनुसार, गुरुवार देर रात पटना में एक गुप्त अभियान के तहत उसे गिरफ्तार किया गया।संजीव मुखिया लंबे समय से फरार चल रहा था और बिहार पुलिस ने 10 अप्रैल को उस पर तीन लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। गिरफ्तार किए गए संजीव मुखिया पर आरोप है कि उसने नीट परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों से लाखों रुपये लेकर पेपर लीक कराया।

बताया जा रहा है कि उसने प्रति छात्र 40 लाख रुपये की वसूली की थी।गिरफ्तारी से जुड़े सूत्रों के अनुसार, संजीव पहले नालंदा जिले के नूरसराय स्थित हॉर्टिकल्चर कॉलेज में तकनीकी सहायक के पद पर कार्यरत था। यह कोई पहला मामला नहीं है जिसमें उसका नाम सामने आया हो—2016 की सिपाही भर्ती परीक्षा और बीपीएससी शिक्षक भर्ती घोटाले में भी उसकी संलिप्तता पाई गई थी। बीपीएससी घोटाले में वह पहले ही जेल की सजा काट चुका है।चौंकाने वाली बात यह है कि उसका बेटा डॉ. शिव कुमार, जो पीएमसीएच से एमबीबीएस कर चुका है, वह भी इस समय जेल में बंद है। इससे यह साफ होता है कि परीक्षा घोटालों का यह नेटवर्क केवल संगठित ही नहीं, बल्कि पारिवारिक स्तर पर भी सक्रिय था।संजीव मुखिया की तलाश में बिहार पुलिस ने विशेष अभियान चलाया था, और कई राज्यों में छापेमारी भी की गई थी। लेकिन वह अब तक पुलिस की पकड़ से दूर था। आखिरकार ईओयू और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई से वह कानून के शिकंजे में आ गया। अब उससे पूछताछ कर पूरे रैकेट का पर्दाफाश होने की उम्मीद की जा रही है।

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