केंद्र सरकार द्वारा जाति आधारित जनगणना की घोषणा के बाद इसे लेकर राजनीतिक दलों में श्रेय लेने की होड़ तेज हो गई है। सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्षी दल भी इसका क्रेडिट लेने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने रविवार को बड़ा बयान देते हुए राजद और कांग्रेस पर निशाना साधा है।संजय झा ने खुलासा किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक में जाति जनगणना को एजेंडे में शामिल करने का सुझाव दिया था, लेकिन उस वक्त कांग्रेस और राजद दोनों ने इससे दूरी बना ली थी।
अब जब केंद्र की मोदी सरकार ने इसे कराने का फैसला किया है, तो वही दल इसका श्रेय लेने की होड़ में हैं।उन्होंने यह भी कहा कि जो राजद आज जाति जनगणना की बात कर रही है, वह केंद्र में दस साल और बिहार में पंद्रह साल तक सत्ता में रही, लेकिन तब इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया। इसके उलट मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने न सिर्फ बिहार में जातिगत गणना करवाई, बल्कि उसकी रिपोर्ट भी सार्वजनिक की।
अब जब केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर जाति जनगणना की पहल की है, तो राजद झूठे दावे कर रही है और जबरन क्रेडिट लेने की कोशिश कर रही है।संजय झा ने राजद पर परिवारवाद का आरोप भी लगाया और कहा कि उन्हें आम जनता और गरीबों की चिंता कभी नहीं रही।बिहार में महागठबंधन की बैठकों पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय भी इसी तरह की बैठकें हुई थीं, लेकिन उसका कोई असर नहीं दिखा। एनडीए ने राज्य में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। उन्होंने भरोसा जताया कि आगामी विधानसभा चुनाव में भी एनडीए को भारी सफलता मिलेगी। सीट बंटवारे को लेकर किसी तरह का विवाद नहीं है और सभी घटक दल मिलकर मजबूती से चुनाव लड़ेंगे।