रेलवे पुलिस (जीआरपी) द्वारा संचालित ऑपरेशन मुस्कान अभियान ने पिछले तीन वर्षों में हजारों लोगों की खोई मुस्कान लौटाई है। इस पहल से न सिर्फ लोगों को उनका खोया हुआ मोबाइल फोन मिला है, बल्कि जनता के बीच पुलिस के प्रति विश्वास भी और मजबूत हुआ है।वर्ष 2023 से 2025 के बीच जीआरपी ने 2719 चोरी या गुम हुए मोबाइल फोन बरामद कर उनके असली मालिकों को सौंपे हैं। इन बरामद मोबाइलों की कुल अनुमानित कीमत 4 करोड़ 7 लाख 85 हजार रुपये आंकी गई है।रेल एसपी अमृतेंदु शेखर ठाकुर ने जानकारी दी कि गया रेलवे स्टेशन समेत कई अन्य प्रमुख स्टेशनों पर इस अभियान के तहत विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। रेलवे पुलिस आधुनिक तकनीक की मदद से चोरी व गुम मोबाइलों को ट्रैक कर रही है और यात्रियों की शिकायतों पर तत्परता से कार्रवाई की जा रही है।
ऑपरेशन मुस्कान: आंकड़ों में सफलता 2023: 1229 मोबाइल फोन बरामद2024: 1071 मोबाइल फोन बरामद2025 (अब तक): 519 मोबाइल फोन बरामदकुल कीमत: ₹4,07,85,000रेल एसपी ठाकुर ने बताया कि इस पहल के चलते यात्रियों में सुरक्षा की भावना और भरोसा दोनों बढ़ा है। खास बात यह है कि गया समेत अन्य स्टेशनों पर अलग-अलग स्पेशल टीमों का गठन किया गया है जो मोबाइल बरामदगी के लिए लगातार काम कर रही हैं। इन टीमों की निगरानी स्वयं एसपी ठाकुर कर रहे हैं।यात्रियों की प्रतिक्रियाएंयात्रियों ने ऑपरेशन मुस्कान की सराहना करते हुए कहा कि अब उन्हें अपने खोये मोबाइल को वापस पाने की उम्मीद बंधी है। साथ ही, यात्रा के दौरान वे पहले से ज्यादा सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।रेल पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह अभियान भविष्य में भी निरंतर जारी रहेगा और यात्रियों की सुरक्षा तथा सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती रहेगी।