बिहार के कटिहार जिले में इन दिनों एक खास आम का पेड़ सुर्खियों में है। यह कोई साधारण पेड़ नहीं, बल्कि दावा किया जा रहा है कि इसमें लगने वाला आम दुनिया के सबसे कीमती फलों में से एक, जापानी मियाजाकी आम (Miyazaki Mango) हो सकता है।
यह पेड़ कटिहार के बरमसिया मोहल्ले में रहने वाले राजन यादव के घर के आंगन में है। पेड़ की सुरक्षा को लेकर काफी सतर्कता बरती जा रही है—उसे ऊंची दीवारों से घेरा गया है, CCTV कैमरे लगाए गए हैं, और इसे एक मंदिर की तरह सजा कर रखा गया है।
मियाजाकी आम, जिसे ‘एग ऑफ सनशाइन’ भी कहा जाता है, अपनी अनोखी बनावट, गहरे लाल रंग और खास मिठास के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। इसकी कीमत प्रति किलो लाखों रुपये तक पहुंच सकती है, जो इसे दुनिया के सबसे महंगे फलों में शामिल करता है।
हालांकि अभी तक यह पुष्टि नहीं हुई है कि राजन यादव के पेड़ में वाकई मियाजाकी किस्म के आम लग रहे हैं या नहीं। लेकिन इस दावे ने इलाके में हड़कंप मचा दिया है। दूर-दराज़ से लोग इस पेड़ को देखने आ रहे हैं, और सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं।
राजन यादव खुद चाहते हैं कि संबंधित सरकारी विभाग इस आम की वैज्ञानिक जांच कराए। उनका मानना है कि अगर यह सच में मियाजाकी आम निकला, तो न सिर्फ उन्हें इसका उचित मूल्य मिलेगा, बल्कि अन्य किसानों को भी इस खास किस्म की खेती के लिए प्रेरणा मिलेगी।
अब सबकी निगाहें इसी पर टिकी हैं कि क्या यह पेड़ वाकई ‘करोड़ों का फल’ देगा या यह सिर्फ एक अफवाह साबित होगी। लेकिन इतना तो तय है कि इसने बिहार की कृषि चर्चा को एक नया मोड़ दे दिया है।