चुनावी वर्ष में राजधानी पटना के लोगों के लिए एक बड़ी सौगात की तैयारी जोरों पर है। बात हो रही है पटना मेट्रो की, जिसका कार्य अंतिम चरण में है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं कार्यों की नियमित समीक्षा कर रहे हैं और समय से पहले इसे शुरू करने के निर्देश दे चुके हैं। अब इस परियोजना से जुड़ा एक बड़ा और दिलचस्प अपडेट सामने आया है – मेट्रो के रूट्स को अब इंद्रधनुषी रंगों के आधार पर चिन्हित किया जाएगा।
रंगों से होगी पहचान, सभी के लिए होगा सफर आसान
दिल्ली मेट्रो की तर्ज पर पटना मेट्रो में भी हर रूट को एक अलग रंग से जोड़ा जाएगा, जिससे पढ़े-लिखे नहीं होने के बावजूद भी यात्री आसानी से रूट पहचान सकें। यह सुविधा विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले यात्रियों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए काफी मददगार साबित होगी। रंग आधारित पहचान के जरिए स्टेशन और रूट समझना सरल हो जाएगा।
दो कॉरिडोर में हो रहा है निर्माण, ‘ब्लू लाइन’ पहले होगी शुरू
पहले चरण में दो कॉरिडोर पर कार्य चल रहा है। कॉरिडोर-1 को ‘रेड लाइन’, और कॉरिडोर-2 को ‘ब्लू लाइन’ नाम दिया गया है। खबर है कि 15 अगस्त 2025 तक पटना मेट्रो की शुरुआत हो सकती है, जिसमें कॉरिडोर-2 के पांच प्रमुख स्टेशनों पर सबसे पहले मेट्रो दौड़ेगी।
कॉरिडोर-2 के प्रमुख स्टेशन:
- न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल
- जीरो माइल
- भूतनाथ
- खेमनीचक
- मलाही पकड़ी
खास बात यह है कि खेमनीचक स्टेशन को इंटरचेंज हब के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहां से यात्री दोनों कॉरिडोर में ट्रांजिट कर सकेंगे।
आगे और रंग होंगे शामिल
इस 6.107 किलोमीटर लंबे प्राथमिक खंड को प्रायोरिटी कॉरिडोर नाम दिया गया है। इस हिस्से को ‘ब्लू लाइन’ के रूप में पहचाना जाएगा। भविष्य में जैसे-जैसे अन्य हिस्सों का विस्तार होगा, वैसे-वैसे और रंगों का समावेश भी मेट्रो नेटवर्क में किया जाएगा।