पटना: राजधानी पटना को मेट्रो सेवा से जोड़ने की दिशा में बड़ा कदम बढ़ाया गया है। मेट्रो परियोजना के प्राथमिक कॉरिडोर में अब तक लगभग 50 प्रतिशत ट्रैक बिछाने का कार्य पूरा हो चुका है। यदि सब कुछ योजना के अनुसार चलता रहा, तो 15 अगस्त 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस महत्वाकांक्षी परियोजना को हरी झंडी दिखाकर लॉन्च कर सकते हैं।
यह प्राथमिक कॉरिडोर कुल 6.107 किलोमीटर लंबा है, जिसमें पटरी बिछाने के साथ-साथ बिजली आपूर्ति के लिए पोल लगाने और आधुनिक सिग्नल सिस्टम स्थापित करने का कार्य भी तीव्र गति से किया जा रहा है। दिल्ली मेट्रो फेज-4 में ट्रैक बिछाने का अनुभव रखने वाली एजेंसियों को ही इस परियोजना में भी शामिल किया गया है।
मेट्रो संचालन के लिए तीन डिब्बों वाली एक रैक का ऑर्डर दिया गया है, जो पुणे से पटना लाई जाएगी। वहीं, मेट्रो डिपो का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है और वहां फिनिशिंग कार्य अंतिम चरण में है। डिपो क्षेत्र में करीब 3.5 किलोमीटर ट्रैक बिछाने का कार्य पहले ही पूरा किया जा चुका है।
शहर के प्रमुख हिस्सों को जोड़ेगा प्राथमिक मार्ग
शुरुआती चरण में मेट्रो ट्रेन मालाही पकड़ी, भूतनाथ, जीरो माइल और न्यू आईएसबीटी (पाटलिपुत्र बस टर्मिनल) स्टेशनों पर रुकेगी। यह कॉरिडोर शहर के व्यस्त और रणनीतिक हिस्सों को जोड़ता है, जिससे यात्रियों को अत्यधिक सुविधा मिलने की उम्मीद है।
जीरो माइल से आईएसबीटी खंड में भी तेजी
जीरो माइल से न्यू आईएसबीटी तक मेट्रो लाइन बिछाने का कार्य भी प्रगति पर है। इस खंड में एनएच-30 पर स्टील गर्डर लगाकर आधार संरचना तैयार की जा रही है। जैसे ही कंक्रीट का कार्य पूर्ण होगा, यहां भी ट्रैक बिछाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
पटना मेट्रो परियोजना के पहले चरण में उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की गई है। निर्माण एजेंसियां ट्रायल रन की निर्धारित समयसीमा को पूरा करने के लिए दिन-रात काम कर रही हैं। राजधानीवासियों में मेट्रो सेवा को लेकर काफी उत्साह देखने को मिल रहा है, और जल्द ही यह सपना साकार होता नजर आ रहा है।