राज्य में बढ़ती बिजली चोरी की घटनाओं पर नियंत्रण पाने के लिए बिजली विभाग ने सख्त रुख अपनाया है। विभाग ने बिजली चोरी रोकने के लिए एक विशेष कार्यबल (एसटीएफ) का गठन किया है, जो लगातार छापेमारी अभियान चला रही है। इस अभियान में उन उपभोक्ताओं को विशेष रूप से निशाने पर लिया जा रहा है जो लंबे समय से बिजली का भुगतान नहीं कर रहे या अनधिकृत तरीके से आपूर्ति बहाल कर उपयोग कर रहे हैं।
किन पर है बिजली विभाग की नजर?
एसटीएफ की कार्रवाई खासकर तीन महीने से स्मार्ट प्री-पेड मीटर रिचार्ज नहीं कराने वाले उपभोक्ताओं, कनेक्शन कटने के बावजूद बिजली की अवैध आपूर्ति ले रहे उपभोक्ताओं, औद्योगिक कनेक्शन वाले प्रतिष्ठानों, शादी समारोह भवनों और हॉल जैसे उपभोक्ताओं पर केंद्रित है।
बिजली कंपनी ने इन सभी को निगरानी सूची में रखा है, और एसटीएफ टीम को उनके परिसरों की नियमित जांच का निर्देश दिया गया है।
लाखों की वसूली, दर्ज हुई प्राथमिकियां
अभियान के दौरान कई उपभोक्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और लाखों रुपये की वसूली भी की जा चुकी है। छापेमारी में मिले सबूतों के आधार पर विधिक कार्रवाई की जा रही है।
स्मार्ट मीटर से निगरानी और उपभोक्ताओं से अपील
बिजली विभाग अब स्मार्ट मीटर और ट्रांसफार्मर स्तर पर निगरानी बढ़ाकर चोरी की घटनाओं पर लगाम लगाने में जुटा है। इसके साथ ही विभाग ने उपभोक्ताओं से वैध तरीके से बिजली कनेक्शन लेने और समय पर बिल भुगतान करने की अपील की है।