बुधवार को पटना में आयोजित भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में समय-समय पर मुख्यमंत्री बदले, लेकिन राज्य की दशा नहीं बदली। उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार की खोई हुई पहचान और गौरव को केवल भाजपा और एनडीए ही फिर से स्थापित कर सकते हैं।
राजनाथ सिंह ने कहा, “हमारी राजनीति सिर्फ सत्ता पाने की नहीं, समाज को जोड़ने और हर व्यक्ति की गरिमा को सुरक्षित रखने की है। जब नीयत साफ, नीति स्पष्ट और राष्ट्र सर्वोपरि हो, तब देश भी आगे बढ़ता है और समाज भी।”
कार्यकर्ताओं को उन्होंने ‘स्वर्णिम कार्यकर्ता’ की उपाधि दी और कहा कि भाजपा का हर कार्यकर्ता राष्ट्र निर्माण का सच्चा भागीदार है। उन्होंने नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि एनडीए सरकार में कोई भी मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री या मंत्री भ्रष्टाचार के दाग से नहीं जुड़ा है।
जानकी मंदिर पर बोले राजनाथ
राजनाथ सिंह ने पुनौरा धाम में बन रहे जानकी मंदिर का उल्लेख करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर माता जानकी के मंदिर निर्माण का कार्य शुरू कराया है, जो राज्य की सांस्कृतिक विरासत को नई पहचान देगा।
कांग्रेस-राजद पर तीखा वार
विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राजद ने जाति की राजनीति और विफल नीतियों से बिहार को गर्त में धकेल दिया। एनडीए का उद्देश्य सिर्फ चुनाव जीतना नहीं, बल्कि दशकों से चले आ रहे अन्याय का जवाब देना है। उन्होंने दावा किया कि पिछले दो वर्षों में बिहार में नीतीश-मोदी की जोड़ी के नेतृत्व में ठोस विकास हुआ है।
“बदलाव की गारंटी है मोदी-नीतीश की जोड़ी”
राजनाथ सिंह ने 2025 विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा दावा किया और कहा, “बिहार कभी पिछड़ा नहीं था, उसे पिछड़ा बना दिया गया। अब वक्त है कि एक बार फिर एनडीए की पूर्ण बहुमत की सरकार बने। बिहार को उजाले की ओर ले जाने का दम केवल मोदी-नीतीश की जोड़ी में है।”
लालू यादव पर तीखा प्रहार
राजनाथ सिंह ने लालू यादव पर कई तीखे आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि लालू के शासन में सिवान, जिसने देश को डॉ. राजेंद्र प्रसाद जैसा नेता दिया, अपराध की प्रयोगशाला में तब्दील हो गया था। उन्होंने कहा, “लालटेन ने बिहार में रोशनी नहीं, आग लगाई है।”
उन्होंने दलितों और बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान करने का आरोप भी लालू यादव पर लगाया। उन्होंने दावा किया कि लालू यादव ने अंबेडकर की तस्वीर का अपमान किया और उनके विचारों को कभी महत्व नहीं दिया।
कर्पूरी ठाकुर को लेकर भी उठाए सवाल
राजनाथ सिंह ने वरिष्ठ पत्रकार संकर्षण ठाकुर की एक किताब का हवाला देते हुए बताया कि जब कर्पूरी ठाकुर बीमार थे और विधानसभा से घर लौटना चाहते थे, तो लालू यादव ने उन्हें यह कहकर गाड़ी देने से इनकार कर दिया कि “जीप में तेल नहीं है।” उन्होंने कहा कि लालू यादव ने कभी कर्पूरी ठाकुर को वह सम्मान नहीं दिया, जिसके वह हकदार थे।
वहीं, प्रधानमंत्री मोदी को उन्होंने याद करते हुए कहा कि उन्होंने कर्पूरी ठाकुर की विरासत को नई पीढ़ी तक पहुँचाया।