बिहार के कटिहार जिले में बुधवार को एक बड़ा रेल हादसा होते-होते बच गया। राजस्थान के उदयपुर सिटी से असम के कामाख्या जा रही 19615 कामाख्या कवि गुरु एक्सप्रेस ट्रेन कटिहार-बारसोई रेलखंड पर डंडखोरा स्टेशन के पास सुबह 11 बजे पटरी से उतर गई।
हादसे का दृश्य: उतरा चक्का, फिर भी कुछ दूरी तक बढ़ती रही ट्रेन
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रेन के आखिरी डिब्बे का चक्का ट्रैक से उतर गया था। इसके बावजूद ट्रेन कुछ दूर तक उसी स्थिति में चलती रही। जब ड्राइवर को इसका एहसास हुआ, तब ट्रेन को तुरंत रोका गया। स्थानीय लोगों ने इसे एक गंभीर हादसे से बाल-बाल बचना बताया।
रेलवे की त्वरित कार्रवाई, ट्रेन के डिब्बे काटकर अलग किए गए
घटना की सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारी और तकनीकी टीम मौके पर पहुंच गई। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कटिहार से एक इंजन भेजा गया, जिसने ट्रेन के आखिरी दो डिब्बों को अलग किया। बाकी के डिब्बों को लेकर ट्रेन को कामाख्या की ओर रवाना कर दिया गया।
ट्रैक को पहुंचा नुकसान, परिचालन पर असर
ट्रेन के चक्के के क्रैक हो जाने की वजह से करीब 100 मीटर तक रेल ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया। इस कारण कटिहार-बारसोई रेलखंड पर ट्रेन सेवाएं बाधित रहीं। करीब दो घंटे तक ट्रेन वहीं रुकी रही, जिससे अन्य ट्रेनों के संचालन पर भी असर पड़ा।
कोई हताहत नहीं, जांच जारी
रेलवे ने राहत की बात यह बताई कि घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। ट्रेन को दोपहर लगभग 1 बजे आगे के गंतव्य के लिए रवाना किया गया। रेलवे विभाग द्वारा पटरी से उतरने के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है।