लखनऊ: भारत के लिए गर्व का पल! ‘एक्सिओम-4 मिशन’ में शामिल अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और उनके तीन साथी मंगलवार, 15 जून को अंतरिक्ष में 18 दिन बिताने के बाद सकुशल पृथ्वी पर लौट आए। उनकी वापसी ड्रैगन कैप्सूल के जरिए हुई, जो अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में सैन डिएगो के पास समुद्र में उतरा। इस ऐतिहासिक क्षण के साथ ही शुभांशु के गृह नगर लखनऊ में उत्सव का माहौल बन गया।
लखनऊ में देशभक्ति की गूंज
शुभांशु की इस अद्भुत उपलब्धि को लेकर लखनऊवासियों में खासा उत्साह देखा गया। उनके पूर्व विद्यालय सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस), कानपुर रोड परिसर में छात्रों, शिक्षकों और गणमान्य व्यक्तियों ने देशभक्ति के नारों और झंडा लहराकर जश्न मनाया। पूरे शहर में लोग खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
परिवार में भावनाओं का सैलाब
शुभांशु की सफल वापसी पर उनके परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। पिता शंभू दयाल शुक्ला, मां आशा और बहन सुचि मिश्रा इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने। शुभांशु की मां बेटे की कामयाबी पर भावुक हो गईं, वहीं पिता ने कहा, “हमारे लिए यह गर्व का क्षण है कि हमारा बेटा अंतरिक्ष से सुरक्षित लौट आया है।”
बहन सुचि मिश्रा ने कहा, “इन 18 दिनों में हम रोज शुभांशु की अंतरिक्ष यात्रा को लेकर बातें करते थे। अब जब वह सकुशल लौट आया है, तो भावनाएं शब्दों में बयां नहीं की जा सकतीं। यह हमारे पूरे परिवार के लिए बेहद सुकून देने वाला पल है।”
भारत की अंतरिक्ष यात्रा में नया अध्याय
शुभांशु शुक्ला की यह ऐतिहासिक यात्रा भारत की अंतरिक्ष विज्ञान में बढ़ती भागीदारी का प्रतीक बन गई है। उनकी सफलता ने न केवल लखनऊ, बल्कि पूरे देश को गर्व से भर दिया है। यह मिशन आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देने का काम करेगा।