मैं ब्लूटूथ नॉइस, पिता का नाम ईस्टवुड, बिहार में जारी हुआ अनोखा निवास प्रमाण पत्र

Rajan Singh

NEWS PR DESK- बिहार में कुछ ही दिन पहले सोनालिका ट्रैक्टर का आवासीय प्रमाण् पत्र जारी हुआ था। इसमें ट्रैक्टर की तस्वीर और नाम के साथ माता पिता के भी नाम दर्ज थे। खबर खूब वायरल हुई थी और मामले में कार्रवाई की भी बात कही गयी थी। अब इसी प्रकार की एक और दिलचस्प खबर है। यहां अब एक ब्लूटूथ का भी निवास प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया है। मजेदार बात यह कि ब्लूटूथ के माता पिता और आवास के नाम भी हैरान करने वाले हैं।

दरअसल राजधानी के बाढ़ अंचल कार्यालय में अजीबोगरीब कारनामा देखने को मिला है। यहां एक आवेदनकर्ता ने अपने नाम पर ब्लूटूथ नॉइस और पिता और मां के नाम पर ईस्ट वुड लिखा। वही फोटो भी ब्लूटूथ का भेजा। मजेदार यह कि इन सारी चीजों को उपलब्ध कराने के बाद आवेदक का निवास प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया गया है।

हैरान करने वाले बात यह कि जारी प्रमाण पत्र निर्गत में आवेदक की तस्वीर की जगह ब्लूटूथ की तस्वीर है। प्रमाण पत्र में नाम ब्लूटूथ नॉइस और माता और पिता का नाम ईस्टवुड लिखा हुआ है। हालांकि बताया जा रहा है कि इस मामले के प्रकाश में आने के बाद निवास प्रमाण पत्र जारी करने की पूरी प्रक्रिया की जांच कराने की कवायद की जा रही है।

वहीं इस निवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करने वाले गुलाबबाग के अभय राज ने कहा कि उसने इस सच्चाई को दिखाने के लिए इस तरह का आवेदन दिया था ताकि यह सच सामने आ सके कि निवास प्रमाण पत्र बनाने में कितनी जांच होती है? एक ही दिन में निवास प्रमाण पत्र जारी हो गया है। अभय ने कहा कि ऐसा इसलिए किया कि जब हम कोई और फॉर्म भरने जाते हैं तो वहां जल्दीबाजी रहती है। वहां अधिकारी भी नहीं मिलते हैं। अधिकारी तरह तरह की बहाने बाजी करते हैं। इस वजह से मैं कई फॉर्म नहीं भर सका। उसके बाद मैंने आवेदन कर दिया ताकि यह सामने आ सके कि कितनी जांच होती है? यह सभी लोग जांच नहीं करते हैं। केवल परेशान करते हैं।

बता दें कि इससे पहले गत आठ जुलाई को ही राज्य के मुंगेर जिले में भी एक ऐसा ही दिलचस्प मामला सामने आया था। जब एक सोनालिका ट्रैक्टर का आवासीय प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया था। इसमें आवेदक की तस्वीर की जगह पर ट्रैक्टर की फोटो लगी थी और नाम सोनालिका कुमारी लिखा गया था। इस आवेदन में पिता का नाम बेगूसराय चौधरी, माता का नाम बलिया देवी और गांव का नाम ट्रैक्टरपुर, दियारा लिखा गया था।

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