पूर्णिया एयरपोर्ट से उड़ान की उलटी गिनती शुरू, 25 अगस्त से शुरू हो सकती है हवाई सेवा

Jyoti Sinha

पूर्णिया सहित कोसी और सीमांचल क्षेत्र के लोगों का लंबे समय से चल रहा इंतजार अब खत्म होने की कगार पर है। सूत्रों के मुताबिक, 25 अगस्त 2025 से पूर्णिया एयरपोर्ट से वाणिज्यिक उड़ानों का संचालन शुरू हो सकता है। इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों उद्घाटन की संभावना जताई जा रही है। उद्घाटन समारोह को लेकर भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) की ओर से तैयारियां अंतिम चरण में हैं।

इंडिगो एयरलाइंस कर सकती है पहली उड़ान-

बताया जा रहा है कि इंडिगो एयरलाइंस ने पूर्णिया से अपनी उड़ान सेवा शुरू करने में रुचि दिखाई है। शुरुआती चरण में पूर्णिया से दिल्ली के लिए नियमित उड़ानों की योजना है, जिससे क्षेत्रीय संपर्क (Regional Connectivity) को मजबूती मिलेगी। दरभंगा के बाद पूर्णिया, बिहार का दूसरा प्रमुख हवाई संपर्क केंद्र बनने की ओर अग्रसर है।

स्टाफ को मिलेगा पूर्व-प्रशिक्षण-

एयरपोर्ट के संचालन से पहले वहां तैनात किए जाने वाले कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। हाल ही में एएआई की एक उच्चस्तरीय बैठक में इस संबंध में समीक्षा की गई, जिसमें उद्घाटन और तकनीकी पहलुओं को लेकर रणनीति तय की गई।

सीमांचल के विकास को मिलेगा पंख-

पूर्णिया एयरपोर्ट के चालू होने से कोसी और सीमांचल क्षेत्र, विशेष रूप से कटिहार, अररिया, किशनगंज जैसे जिलों को जबरदस्त फायदा होगा। यह हवाई अड्डा सिर्फ परिवहन सुविधा नहीं, बल्कि आर्थिक और सामाजिक प्रगति की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।

रनवे और बुनियादी ढांचे की स्थिति-

पूर्णिया एयरपोर्ट का रनवे भारतीय वायुसेना के नियंत्रण में है।इसकी लंबाई करीब 3,353 मीटर (11,000 फीट) और चौड़ाई 150 फीट है।यह रनवे पूर्वी भारत के सबसे लंबे रनवे में गिना जाता है।रनवे की क्षमता बड़े विमान संचालन के लिए उपयुक्त है।इसे 1962 भारत-चीन युद्ध के समय सैन्य आपूर्ति हेतु विकसित किया गया था, और अब इसे नागरिक उपयोग के लिए तैयार किया गया है।

चरणबद्ध योजना-

पहले चरण में छोटे विमान चलाए जाएंगे। भविष्य में टर्मिनल सुविधाओं और रनवे विस्तार के ज़रिए बड़े विमानों के संचालन की योजना है। बागडोगरा और पटना पर निर्भरता घटेगी, और यात्री दिल्ली के साथ अन्य मेट्रो शहरों से सीधे जुड़ पाएंगे।

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