बिहार में सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर शिक्षा विभाग ने बड़ा कदम उठाया है। आगामी शिक्षक भर्ती परीक्षा TRE-5 (2026) के लिए आधी रिक्तियों को आरक्षित रखने का निर्णय लिया गया है। इसका सीधा मतलब है कि इस साल होने वाली TRE-4 परीक्षा में केवल 50% पदों पर ही बहाली की जाएगी।शिक्षा विभाग ने TRE-4 की तैयारियों में तेजी ला दी है। राज्य के सभी जिलों से कक्षा 1 से 12 तक के रिक्त पदों का ब्योरा मांगा गया है।
इन आंकड़ों के आधार पर रोस्टर क्लियरेंस किया जाएगा और फिर बीपीएससी को नियुक्ति प्रस्ताव (अधियाचना) भेजा जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि सितंबर 2025 तक TRE-4 की भर्तियों की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।
माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्तर (कक्षा 9 से 12) के लिए करीब 25,000 पदों पर बहाली की संभावना जताई जा रही है, जो विषयवार होगी। वहीं, प्राथमिक स्तर (कक्षा 1 से 5) पर रिक्तियां अपेक्षाकृत कम हैं। शिक्षा विभाग का कहना है कि TRE-3 के अंतर्गत चयनित अभ्यर्थियों और 30 हजार प्रधान शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही सटीक रिक्तियों की गणना हो सकेगी।
स्थानीय उम्मीदवारों को प्राथमिकता: लागू होगी डोमिसाइल नीति
TRE-4 के तहत पहली बार बिहार डोमिसाइल नीति को लागू किया जाएगा। इसके अनुसार, राज्य के स्थानीय युवाओं के लिए लगभग 85% पद आरक्षित रहेंगे, जबकि अन्य राज्यों के अभ्यर्थियों को सिर्फ 15% पदों पर आवेदन करने का अवसर मिलेगा।महिला अभ्यर्थियों को विशेष आरक्षणराज्य की महिलाओं को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा विभाग ने एक और पहल की है। कक्षा 1 से 5 तक की भर्ती में 50% पदों पर और अन्य श्रेणियों में 35% पदों पर सिर्फ बिहार की महिला अभ्यर्थियों को आरक्षण मिलेगा। इससे राज्य की महिलाओं को शिक्षक बनने के बेहतर अवसर मिलेंगे।