बिहार सरकार ने किसानों को तय समय पर और सही वोल्टेज पर सिंचाई के लिए बिजली उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्यभर में कुल 2774 कृषि फीडर स्थापित किए हैं। यह जानकारी मंगलवार को उपमुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने दी। उन्होंने कहा कि “हर खेत को बिजली, हर किसान को समृद्धि” के लक्ष्य के तहत किसानों को बिना रुकावट बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।
इन कृषि फीडरों का इस्तेमाल केवल सिंचाई पंपसेट और अन्य कृषि उपकरणों को बिजली देने के लिए किया जाता है। घरेलू बिजली आपूर्ति से अलग रखे गए ये फीडर किसानों को बेहतर वोल्टेज और समयबद्ध बिजली प्रदान करते हैं।
किसानों का खर्च और डीजल पर निर्भरता घटेगी
कृषि फीडर, बिजली वितरण प्रणाली का विशेष हिस्सा है जो केवल कृषि कार्यों के लिए बनाया गया है। सरकार की इस पहल से किसानों की डीजल पंपों पर निर्भरता कम होगी, सिंचाई की लागत घटेगी और फसल उत्पादन में वृद्धि होगी। साथ ही ऊर्जा दक्षता बढ़ने के साथ पर्यावरण प्रदूषण में भी कमी आएगी, क्योंकि डीजल का उपयोग घटेगा।
कोल्ड स्टोरेज के लिए बड़ी राहत
उपमुख्यमंत्री सिन्हा ने बताया कि कृषि फीडरों से कोल्ड स्टोरेज को 24 घंटे बिजली उपलब्ध होगी। इसके अलावा, 1 अप्रैल से राज्य सरकार कृषि सामग्री भंडारण करने वाले कोल्ड स्टोरेज के बिजली बिल पर 90% तक सब्सिडी देगी। लगातार और स्थिर बिजली आपूर्ति से ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों और कृषि आधारित उद्योगों का संचालन भी आसान होगा।