सभ्यता द्वार होगा और भव्य, रिवर फ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत होगा विस्तार

Jyoti Sinha

पटना के गंगा किनारे स्थित ‘सभ्यता द्वार’, जिसे दिल्ली के इंडिया गेट की तर्ज पर बनाया गया है, शहर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। साल 2018 में उद्घाटन के बाद से यह इतिहास प्रेमियों और सैलानियों के बीच खासा लोकप्रिय रहा है। अब रिवर फ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत इसे और भव्य रूप दिया जाएगा।

परियोजना के तहत गांधी मैदान मार्ग के साथ-साथ जेपी गंगा पथ से भी सभ्यता द्वार तक पहुंचने की सुविधा मिलेगी। गंगा किनारे एक भव्य वेलकम गेट बनाया जाएगा, जो आगंतुकों का स्वागत करेगा। इसके अलावा गंगा रिसर्च सेंटर से लेकर सभ्यता द्वार तक पूरे क्षेत्र का सौंदर्यीकरण किया जाएगा।

गंगा किनारे वॉकिंग ट्रैक और सुविधाएं
गंगा रिसर्च सेंटर से सभ्यता द्वार तक वॉकिंग ट्रैक तैयार किया जाएगा, जहां लोग सुबह-सुबह सैर कर सकेंगे। साथ ही, छठ पूजा के दौरान छठ घाट तक पहुंचना भी आसान होगा। करीब 12 करोड़ 37 लाख रुपये की लागत वाली इस परियोजना का टेंडर एक हफ्ते में फाइनल होने की संभावना है।

सभ्यता द्वार का इतिहास
2018 में उद्घाटन हुआ सभ्यता द्वार एक एकड़ क्षेत्र में फैला है और इसे लगभग 5 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया था। 32 मीटर ऊंचा और 8 मीटर चौड़ा यह स्मारक लाल और बलुआ पत्थर से निर्मित है। इसके एक ओर महात्मा बुद्ध और सम्राट अशोक, तो दूसरी ओर भगवान महावीर और मेगास्थनीज के विचार अंकित हैं। स्मारक में इतिहास से जुड़ी कई जानकारियां दर्ज हैं।

यह स्थल प्रतिदिन सुबह 11:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है।

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